आई है शिव की शिवरात, हर-हर, बम-बम गाओ। लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।। शंकर शमन करेंगे मन को, वो ही वर देंगे सज्जन को, जागो सारी रात, शिव का ध्यान लगाओ। लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।। दुष्टों को जो सदा रुलाते, रुद्र तभी तो वो कहलाते, वो हैं आदिदेव के तात, उनको शीश नवाओ। लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।। गरलपान को जो अपनाते, वो ही महादेव कहलाते, नीला नीलकण्ठ का गात, उनको मन से ध्याओ। लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।। पार्वती के जो हैं स्वामी, रमते बनकर अन्तर्यामी, जो कहलाते भोलेनाथ, उनके द्वारे आओ। लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।। |
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रविवार, 19 फ़रवरी 2012
"हर-हर, बम-बम गाओ" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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जय शंकर शंभू बोलो..
जवाब देंहटाएंखूबसूरत गीत
जवाब देंहटाएंजय भोले नाथ की
शानदार शिव अराधना !
जवाब देंहटाएंजय जय शिवशंकर...
जवाब देंहटाएंबम बम भोले .....
जवाब देंहटाएंशिबरात्री की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ..
जवाब देंहटाएंओम् नमः शिवाय...
सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें....
जवाब देंहटाएंसुन्दर शिव अराधना..शुभकामनायें....
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें..!!!
जवाब देंहटाएंbam bam bhole
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंजय भोले बाबा की ....
जवाब देंहटाएंजय जय भोले नाथ ! शिवरात्रि के इस पुनीत अवसर पर बहुत - बहुत शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंहर हर बम बम...शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंआपको भी महाशिवरात्रि की शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंबम बम बोले.. शिव रात्रि पर हार्दिक बधाई..
जवाब देंहटाएंहर-हर, बम-बम .....
जवाब देंहटाएंपार्वती के जो हैं स्वामी,
जवाब देंहटाएंरमते बनकर अन्तर्यामी,
जो कहलाते भोलेनाथ, उनके द्वारे आओ।
लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।।
बहुत सुन्दर आराधना शोधित करती तन मन को .
नमन उस आराध्य देव को जिसको आपने सुन्दर शब्दों से रचा ..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.in
बहुत सुन्दर गीत सर...
जवाब देंहटाएंशिवरात्री की बधाईयां...
बहुत हि सुन्दर अराधना!
जवाब देंहटाएं