अध्यापक का सबसे ज्यादा भारत में सम्मान है। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। गुरू ज्ञान का शक्ति पुंज है, गुरू ही करुणा का निधान है, विद्याओं का यह निकुंज है, सबल राष्ट्र का महाप्राण है, कंचन सा कर देने वाला गुरू पारस पाषाण है। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। माँ ने दी सुन्दर सी काया, शिक्षक ने जीना सिखलाया, सामाजिकता कैसे आती, गुरू ने बालक को बतलाया, गुरू चरणों की रज में रचते-बसते चारों धाम हैं। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। आज हमारे हाथों में है, रोली, अक्षत और चन्दन, तन से मन से धन से हम, करते शिक्षक का अभिनन्दन, पाँच सितम्बर को भारत में, शिक्षक का सम्मान है। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। |
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रविवार, 5 सितंबर 2010
“पाँच सितम्बर-शिक्षक का अभिनन्दन” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)
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धन्य हो प्रभु.............
जवाब देंहटाएंबहुत पवित्र गीत प्रस्तुत किया
आभार !
आज हमारे हाथों में है,
जवाब देंहटाएंरोली, अक्षत और चन्दन,
तन से मन से धन से हम,
करते शिक्षक का अभिनन्दन,
Saargarbhit aur Anukarniy abhivyakti
बहुत सुन्दर गीत...
जवाब देंहटाएंआज हम जो कुछ भी हैं गुरु के कारण ही हैं.
गुरु तो वन्दनीय है ५ सितम्बर ही क्यों हर दिन ही उनकी वंदना होनी चाहिए
जवाब देंहटाएंसुंदर गीत, शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सुंदर गीत, शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सुन्दर गीत.गुरु वंदन
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति के प्रति मेरे भावों का समन्वय
कल (6/9/2010) के चर्चा मंच पर देखियेगा
और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
शास्त्रीजी ,
जवाब देंहटाएंगुरु सदैव महान है, आपकी कविता उसकी सम्पूर्णता और हमारे लिए उसके महत्व को प्रदर्शित कर रही है.
इस दिवस पर मैं भी अपने सभी गुरुओं को नमन करती हूँ
बहुत सुन्दर गीत...
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
कंचन सा कर देने वाला गुरू पारस पाषाण है।
जवाब देंहटाएंगोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है ।।
बहुत सुन्दर रचना.
शिक्षक दिवस पर हार्दिक शुभकामनाये और बधाई .
बड़ी सच और सुन्दर बात लिखी है।
जवाब देंहटाएंये सुन्दर गीत तो आपके गुरु को गुरु-दक्षिणा हो गई...
जवाब देंहटाएंअच्छी गुरु वंदना, शश्त्री जी !
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर कविता... नमन...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गीत! शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाइयाँ और शुभकामनाएं | आशा है कि अपने सार्थक लेखन से आप ऐसे ही ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
शिक्षक दिवस पर आपकी बेहतरीन प्रस्तुति ....आभार
जवाब देंहटाएंमाँ ने दी सुन्दर सी काया,
जवाब देंहटाएंशिक्षक ने जीना सिखलाया,
सामाजिकता कैसे आती,
गुरू ने बालक को बतलाया, ...
वैसे तो किसी न किसी समय पर माँ और पिता भी गुरु का ही कार्य करते हैं हमारे जीवन में ...
बहुत अच्छी रचना है ... गुरु को समर्पित ....
bahut hi achcha likha hai shastri ji.abhinadan.....iske liye aapko bhi abhinandan.
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