“खटीमा गोलीकाण्ड की 17वीं बरसी पर!”
प्राण देकर किया था जिन्होंने हवन। उन शहीदों को मेरा नमन है नमन।। दूर दुर्गम पहाड़ों के जो प्राण थे, देश की सरहदों के निगहेबान थे, सारी दुनिया से प्यारा जिनको वतन। उन शहीदों को मेरा नमन है नमन। जुल्म और जोर के सामने डट गये, शीश झुकने न पाये, भले कट गये, रक्त से सींचकर है खिलाया चमन। उन शहीदों को मेरा नमन है नमन।। देशभक्ति का ज़ज़्बा दिलों में भरा, उनको प्राणों से प्यारी थी पावन धरा, कर दिया था समर्पित सुमन और तन। उन शहीदों को मेरा नमन है नमन।। खोल कर पर्वतों के नये रास्ते, मिट गये उत्तराखण्ड के वास्ते, हो गया आज साकार उनका सपन। उन शहीदों को मेरा नमन है नमन।। |
श्रद्धान्जलि।
जवाब देंहटाएंशहीदों को नमन और उनके बलिदान को याद रखना ही सच्ची श्रद्धान्जलि।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति ...श्रद्धान्जलि।
जवाब देंहटाएंशहीदों को नमन
जवाब देंहटाएंशहीदों को मेरा शत शत नमन और श्रधांजलि!
जवाब देंहटाएंनए रस्ते खोलने वाले शहीदों को नमन ..
जवाब देंहटाएंअमर शहीदों को नमन और श्रधांजलि...
जवाब देंहटाएंआभार
श्रद्धान्जलि।
जवाब देंहटाएंशहीदों को मेरा शत शत नमन और श्रधांजलि!
जवाब देंहटाएंभक्ति गीत , गीत लिखने में आपका जवाब ही नहीं ।
जवाब देंहटाएंश्रद्धान्जलि.
जवाब देंहटाएंशहीदो को हमारा भी नमन जी
जवाब देंहटाएंनमन !
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा और सार्थक पोस्ट ..शानदार ,शहीदों को हमारी हार्दिक श्रधांजलि ...कास इस देश की बेशर्म सरकार ऐसे लोगों के नाम पर कुछ अच्छा और सार्थक करती ...
जवाब देंहटाएंशत शत नमन और श्रद्धान्जलि.
जवाब देंहटाएंरामराम
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
जवाब देंहटाएंजन्माष्टमी के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं!
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