गणतन्त्रदिवस की शुभवेला में, आओ तिरंगा फहरायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। गांधी बाबा ने सिखलाई, हमें पहननी खादी है, बलिदानों के बदले में, पाई हमने आजादी है, मोह छोड़कर परदेशों का, उन्नत अपना देश बनायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। नया साल-छब्बीस जनवरी, खुशियाँ लेकर आता है, बासन्ती परिधान पहन कर, टेसू फूल खिलाता है, सरसों के बिरुए खेतों में, झूम-झूमकर लहरायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। पेड़ों की शाखाएँ सारी, नयी-नयी कोपल पायेंगी, अपने आँगन के अम्बुआ की, डाली-डाली बौरायेंगी, मुस्कानों से सुमन सलोने, धरा-गगन को महकायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। |
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बुधवार, 25 जनवरी 2012
"आओ तिरंगा फहरायें" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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२६ जनवरी की शुभकामनएं ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
सादर
bahut sundar desh bhakti geet.gantantra divas ki shubhkamnayen.
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर देश प्रेम की अच्छी रचना,..
जवाब देंहटाएं--26 जनवरी आया है....
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए.....
देशभक्ति के गीत प्रेम से,
जवाब देंहटाएंआओ मिल-जुलकर गायें।।
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ ...
जैअक्षर जय शब्द विधान,
जवाब देंहटाएंजय जन जाग्रति जय उत्थान .
तभी बने गणतंत्र महान .
bhool jaayei ham
जवाब देंहटाएंhindu hein yaa musalman
आओ मिल-जुलकर गायें।।
hind hamaaraa vatan
ham sab hindustaan ke
देश का मान और शान तिरंगा..... शुभकामनायें
जवाब देंहटाएं२६ जनवरी की शुभकामनएं ...
जवाब देंहटाएंमोह छोड़कर परदेशों का,
जवाब देंहटाएंउन्नत अपना देश बनायें।
देशभक्ति के गीत प्रेम से,
आओ मिल-जुलकर गायें।।
अच्छी प्रस्तुति
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
vikram7: कैसा,यह गणतंत्र हमारा.........
बढिया रचना।
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....
जय हिंद...वंदे मातरम्।
देशभक्ति के गीत प्रेम से,
जवाब देंहटाएंआओ मिल-जुलकर गायें।।
सार्थक आह्वान!
गणतंत्र दिवस की बहुत शुभकामनायें!
bahut achchhi bat kahi.
जवाब देंहटाएंgantantra divas par meri hardik shubhkamanayen !
बहुत बढ़िया गीत!
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आज 26 जनवरी है।
लोग ख़ुश हैं। ख़ुश होने की वजह भी है लेकिन जो लोग आज के दिन भी ख़ुश नहीं हैं उनके पास भी ग़मगीन होने की कुछ वजहें हैं। हमारा ख़ुश होना तब तक कोई मायने नहीं रखता जब तक कि हमारे दरम्यान ग़म के ऐसे मारे हुए मौजूद हैं जिनका ग़म हमारी मदद से दूर हो सकता है और हमारी मदद न मिलने की वजह से वह उनकी ज़िंदगी में बना हुआ है।
हमारे अंदर अनुशासन की भावना बढ़े, हम ख़ुद को अनुशासन में रखें और किसी भी परिस्थिति में शासन के लिए टकराव के हालात पैदा न करें।
जो लोग आए दिन धरने प्रदर्शन करते हुए शासन और प्रशासन से टकराते रहते हैं, उन्हें 26 जनवरी पर यह प्रण कर लेना चाहिए कि अब वे देश के क़ानून का सम्मान करेंगे और किसी अधिकारी से नहीं टकराएंगे बल्कि उनका सहयोग करेंगे।
टकराकर देश को बर्बाद न करें।
लोग अंग्रेज़ो से टकराए तो वे देश से चले गए और आज बहुत से लोग यह कहते हुए मिल जाएंगे कि देश में आज जो असुरक्षा के हालात हैं, ऐसे हालात अंग्रेज़ों के दौर में न थे।
कहीं ऐसा न हो कि फिर टकाराया जाए तो देश और गड्ढे में उतर जाए।
सो प्लीज़ हरेक आदमी यह भी प्रण करे कि अब हम क्रांति टाइप कोई काम नहीं करेंगे।
जो राज कर रहा है, उसे राज करने दो।
एक जाएगा तो दूसरा आ जाएगा।
अपना भला हमें ख़ुद ही सोचना है।
सादर ,
Read entire message :
प्लीज़ क्रांति न करे कोई No Revolution
http://www.ahsaskiparten.blogspot.com/2012/01/no-revolution.html
शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ|
जवाब देंहटाएंdesh ke naam khoobsoorat abhivyakti
जवाब देंहटाएंसुन्दर गीत ..गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस के साथ बसंत ऋतु का स्वागत करती शानदार कविता...गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ|
जवाब देंहटाएंदेश प्रेम और प्रकृति प्रेम से ओतप्रोत सुंदर काव्य रचना.गणतंत्र दिवस की बधाइयाँ....
जवाब देंहटाएंखूबसूरत देशभक्ति गीत...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत देशभक्ति गीत...
जवाब देंहटाएंसब मिल राग हिन्द गाओ रे..
जवाब देंहटाएं