शीतल पवन चली सुखदायी। रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई। भीग रहे हैं पेड़ों के तन, भीग रहे हैं आँगन उपवन, हरियाली सबके मन भाई। रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।। मेंढक टर्र-टर्र चिल्लाते, झींगुर मस्ती में हैं गाते, आमों की बहार ले आई। रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।। आसमान में बिजली कड़की, डर से सहमें लडका-लड़की, बन्दर जी की शामत आई। रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।। कहीं छाँव है, कहीं धूप है, इन्द्रधनुष कितना अनूप है, धरती ने है प्यास बुझाई। रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।। कल विद्यालय भी जाना है, होम-वर्क भी जँचवाना है, मुन्नी कॉपी लेकर आयी। रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।। |
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शनिवार, 9 जुलाई 2011
"वर्षा आई" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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आप का बलाँग मूझे पढ कर आच्चछा लगा , मैं बी एक बलाँग खोली हू
जवाब देंहटाएंलिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
मै नइ हु आप सब का सपोट chheya
joint my follower
आप बहुत सुन्दर लिखते हैं सर :)
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल गीत्।
जवाब देंहटाएंआज आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
जवाब देंहटाएं...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .तेताला पर
कहीं छाँह है कहीं धूप है
जवाब देंहटाएंइन्द्र धनुष कितना अनूप है
वाह शास्त्री जी, क्या वर्णन किया है प्रकृति का| बहुत सुंदर|
http://thalebaithe.blogspot.com/2011/07/blog-post.html
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ||
जवाब देंहटाएंबधाई ||
इसे कहते है, लोहा गर्म है मार दो हथोडा,
जवाब देंहटाएंबरसात का मौसम है, सब कुछ समेट लिया है।
बालगीत मे आपका सानी नही सुंदर और मनमोहक
जवाब देंहटाएंलो बरसात का आनन्द और खाइए चाय और पकोड़ी , क्या फर्क पड़ता है गर मंहगाई बढ़ जाये थोड़ी
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा बाल गीत .....
प्रकृति गीत बढ़िया बना है... कई बार पढ़ गया ....
जवाब देंहटाएंवर्षा का सुन्दर चित्रण .. अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा बाल गीत।
जवाब देंहटाएंचित्र ने पोस्ट को वर्षामय बना दिया, और वर्षा की बूंदों की तरह शब्द टपक रहे थे और हम गीत की रसधार में भींग रहे थे ... अहाहा आनंद आ गया।
कहीं छाँह है कहीं धूप है
जवाब देंहटाएंइन्द्र धनुष कितना अनूप है
Sunder ..Pyari si Rachna
बहुत सुन्दर लय ताल भाव लिए वर्षा गीत .बाल मान भाये ,सावन आये ...
जवाब देंहटाएंवाकई बड़ी जोर की वर्षा आई तन-मन सारा भीग गया
जवाब देंहटाएंछमा -छम बारिश हो रही हैं हमारे यहाँ ...उसपर आपका गीत क्या कहने ....पकोड़े खाओ और मस्त वर्षा का आन्नद लो ..
जवाब देंहटाएंrim zhim rim zhim varhsaa aayee!
जवाब देंहटाएंहमको भी ये खूब लुभायी,
जवाब देंहटाएंरिमझिम रिमझिम वर्षा आयी।