अरुणोदय होने वाला था। कली-कली पर झूम रहा, एक चंचरीक मतवाला था।। गुंजन कर रहा, प्रतीक्षा में, कब पुष्प बने कोई कलिका। मकरन्द-पान को मचल रहा, मन मोर नाच करता अलि का।। लाल-कपोल, लोल-लोचन, अधरों पर मृदु मुस्कान लिए। उपवन में एक कली आयी, सुन्दरता का वरदान लिए।। देख अधखिली सुन्दर कलिका, भँवरे के मन में आस पली। और अधर-कपोल चूमने को, षट्पद के मन में प्यास पली।। बस रूप सरोवर में देखा, और मुँह में पानी भर आया। प्रतिछाया को समझा असली, और मन ही मन में ललचाया।। आशा-विश्वास लिए पँहुचा, अधरों से अधर मिला बैठा। पर भीग गया लाचार हुआ, जल के भीतर वह जा पैंठा।। सत्यता समझ ली परछाई, कामुकता में वह छला गया। नही प्यास बुझी उस भँवरे की, इस दुनिया से वह चला गया।। |
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बुधवार, 18 जुलाई 2012
"इस दुनिया से वह चला गया" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सरल शब्दों की सार्थक कविता
जवाब देंहटाएंभगवान् उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे |
जवाब देंहटाएंसादर नमन ||
काका का वो कहकहा, कथ्यों का आनंद ।
हटाएंवर्षों से पड़ता रहा, मंद मंद अब बंद ।
मंद मंद अब बंद, सुपर-स्टार बुलवाये ।
तारा मंडल बड़ा, गगन पर प्रभु जी लाये ।
चमकोगे अनवरत, दिखोगे छैला बांका ।
खूब करो आनंद, प्रेम नगरी में काका ।।
बहुत सुन्दर अद्दभुत सन्देश छलावा के मोह पाश से दूर रहना चाहिए ...वाह
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि
सत्यता समझ ली परछाई,
जवाब देंहटाएंकामुकता में वह छला गया।
नही प्यास बुझी उस भँवरे की,
इस दुनिया से वह चला गया।।
सुन्दर है बहुत .रचना
dr.saheb aap hi kahate hain purani rachana lekin padhane par laga jaise nayee hi hai.kaljayi rachana ke liye sadhuwad
जवाब देंहटाएंबहुत दुखद ..
जवाब देंहटाएंअभागे भ्रम में पड ही जाते हैं ..
समग्र गत्यात्मक ज्योतिष
बेहतरीन रचना...
जवाब देंहटाएंराजेश खन्ना जी को श्रद्धांजलि
राजेश खन्ना जी को श्रद्धांजलि देते हए बेहतरीन रचना ,,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ...: आई देश में आंधियाँ....
उम्दा रचना ...आज के दिन के लिए सार्थक
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचना..
जवाब देंहटाएंआत्मा का विभिन्न्ा रूपो मे सुन्दर वर्णन कर सार्थर बाते समझाने का धन्यवाद
जवाब देंहटाएंयूनिक तकनीकी ब्लाग
Rajesh Khanna is duniya se chale gaye!
जवाब देंहटाएंसुंदर शब्दों में श्रद्धांजलि हीरो को !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया सार्थक प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंजीवन का पाठ पढ़ाती रचना...
जवाब देंहटाएंbhawbhini......
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना.
जवाब देंहटाएंराजेश खन्ना जी को श्रद्धांजलि.
सुंदर
जवाब देंहटाएंसत्य के दर्शन कराती रचना।
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव ,सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंसार्थक , सीख भरी रचना ...
जवाब देंहटाएंसादर !!
Laal-Kapol Lochan-Lol..,
जवाब देंहटाएंOd Mod Mridul Muskaan Liye.....