बन्दर मामा साथ हो लिया,
बन करके उनका चेला।
चाट पकौड़ी खूब उड़ाई,
देख चाट का ठेला।
जम करके खाया केला।
अब दोनों आपस में बोले,
अच्छा लगा बहुत मेला।
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यह बालगीत अति सुंदर है,
जवाब देंहटाएंअति सुंदर ढंग लगाने का!
आँखों से मन में उतर गया,
मन करता इसे सजाने का!
बच्चों के लिए मनोहारी,
उल्लास बढ़ानेवाला है!
लिखनेवाले का चमत्कार,
सबको हर्षानेवाला है!
chitron se susajjit baal geet pyara hai, mun men paani aa ra hai.
जवाब देंहटाएंमैंने तो आज तक असली हाथी ही नहीं देखा था, इसमें देखा तो लगा कि निकलकर बाहर आ जाएगा और मुझे केला खिलाएगा!
जवाब देंहटाएंआपने तो सुबह सुबह मुंह मे पानी ला दिया जी. बहुत बढिया.
जवाब देंहटाएंरामराम.
मेरा मन हो रहा है कि मैं तुरंत कंप्यूटर के अंदर घुस जाऊँ और हाथी दादा व बंदर मामा के साथ मेले के मज़े लेने लगूँ!
जवाब देंहटाएंमेरा मन हो रहा है कि मैं बंदर मामा को अपने कंधे पर बैठाकर, फिर हाथी दादा की पीठ पर बैठकर मेला देखने जाऊँ और चाट-पकौड़ी-केला खाके मस्त हो जाऊँ!
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा..
जवाब देंहटाएंवाह ! बहुत प्यारा गीत.
जवाब देंहटाएंbalko le phle hmare man ko bha gya ye bal geet.
जवाब देंहटाएं...कविता खूब निखरी
जवाब देंहटाएंकेला भी ताज़ा,चाट भी साफ सुथरी
बड़े भाई ,
जवाब देंहटाएंआपने बहुत बेहतरीन बाल गीत लिखा और प्रस्तुति का तो कोई जबाव नहीं .एक दम लाजबाव .मेरे लिए एक प्रेरणा का काम काम करेगा
बहुत बहुत बधाई.
मैंने इस सुन्दर से गीत के लिए एक चित्र बनाया है
जवाब देंहटाएंआशा करता हूँ की आपको वह पसंद आयेगा
अगर चाहें तो ज़रूर उसे अपने ब्लॉग पर लगावें
धन्यवाद
फाइल मै आपको ईमेल कर दूंगा
लाजवाब.......उत्तम.........
जवाब देंहटाएंऐसे निश्छल कविताएं कभी कबी मन को अनजाने ही मोहित कर लेती हैं.........धन्यवाद
???????????????
जवाब देंहटाएंबालगीत का प्रस्तुतिकरण अत्यंत सुन्दर है.
जवाब देंहटाएंbahut badhiya.
जवाब देंहटाएंmaatritav divas ki aapko bahut bahut badhaaee .balgeet ke liye shubhkaamnaayen .
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