रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ बहनों को मत भूलना, याद दिलाता पर्व। रक्षाबन्धन पर्व पर, भारत को है गर्व।। -- परम्परा मत समझना, राखी का त्यौहार। रक्षाबन्धन में निहित, होता पावन
प्यार।। -- राखी लेकर आ गयी, बहना
बाबुल-द्वार। भाई देते खुशी से, बहनों को उपहार।। -- रक्षाबन्धन पर्व का, दिन है सबसे खास। जिनके बहनें हैं नहीं, वो हैं आज उदास।। -- ममता की इस डोर में, उमड़ा रहा है
प्यार। भावनाओं से हैं बँधें, सम्बन्धों के
तार।। -- अपनी बहनों से कभी, मत होना नाराज। भइया रक्षा-सूत्र की, रखना हरदम लाज।। -- कच्चे धागों में छिपी, ममता है मजबूत। जो भाई के हृदय को, कर देती अभिभूत।। -- जरी-सूत या जूट के, धागे हैं अनमोल। गौरव के इतिहास से, सज्जित है
भूगोल।। -- राखी के दिन देश में, उमड़ा
प्यार-अपार। रिश्ते-नातों की चहक, देख रहा संसार।। -- निश्छल पावन प्यार का, होता जहाँ निवेश। सबसे न्यारा जगत में, मेरा भारत देश।। -- |
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शनिवार, 21 अगस्त 2021
रक्षाबन्धन "भावनाओं से हैं बँधें, सम्बन्धों के तार" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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राखी की भावनाओं को व्यक्त करती सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंअति पावन अभिव्यक्ति । हार्दिक शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंराखी के दिन देश में, उमड़ा प्यार-अपार।
जवाब देंहटाएंरिश्ते-नातों की चहक, देख रहा संसार।।
वाह!!!
लाजवाब दोहे।
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बहुत उत्तम आदरणीय सादर प्रणाम
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