देश-प्रेम के लिए न्योछावर, हँस-हँस अपने प्राण करेंगे।
हम भारत के भाग्य विधाता, नया राष्ट्र निर्माण करेंगे।।
गौतम, गाँधी, इन्दिरा जी की, हम ही तो तस्वीर हैं,
हम ही भावी कर्णधार हैं, हम भारत के वीर हैं,
भेद-भाव का भूत भगा कर,
नया राष्ट्र
निर्माण करेंगे।
हम भारत के भाग्य विधाता, नया राष्ट्र निर्माण करेंगे।।
चम्पा,
गेन्दा, गुल-गुलाब ने, पुष्प-वाटिका महकाई,
हिन्द,
मुस्लिम, सिख, ईसाई, आपस में भाई-भाई,
सब मिल-जुल कर आपस में,
नया राष्ट्र
निर्माण करेगे।
हम भारत के भाग्य विधाता, नया राष्ट्र निर्माण करेंगे।।
भगतसिंह,
अशफाक
-उल्ला की, आन न हम मिटने देगे,
धर्म-मज़हब की खातिर अपनी ,शान न हम
मिटने देंगे,
कौमी -एकता को अपना कर नया राष्ट्र निर्माण करेंगे।
हम भारत के भाग्य विधाता, नया राष्ट्र निर्माण करेंगे।।
दिशा-दिशा में,
नगर-ग्राम
में, बीज शान्ति के
उपजायेंगे,
विश्व शान्ति की पहल करेंगे, राष्ट्र पताका लहरायेंगे,
भारत के सच्चे प्रहरी बन, नया राष्ट्र निर्माण करेंगे ।
हम भारत के भाग्य विधाता, नया राष्ट्र निर्माण करेंगे।।
|
"उच्चारण" 1996 से समाचारपत्र पंजीयक, भारत सरकार नई-दिल्ली द्वारा पंजीकृत है। यहाँ प्रकाशित किसी भी सामग्री को ब्लॉग स्वामी की अनुमति के बिना किसी भी रूप में प्रयोग करना© कॉपीराइट एक्ट का उलंघन माना जायेगा। मित्रों! आपको जानकर हर्ष होगा कि आप सभी काव्यमनीषियों के लिए छन्दविधा को सीखने और सिखाने के लिए हमने सृजन मंच ऑनलाइन का एक छोटा सा प्रयास किया है। कृपया इस मंच में योगदान करने के लिएRoopchandrashastri@gmail.com पर मेल भेज कर कृतार्थ करें। रूप में आमन्त्रित कर दिया जायेगा। सादर...! और हाँ..एक खुशखबरी और है...आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं। बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए। |
Linkbar
फ़ॉलोअर
सोमवार, 5 जनवरी 2015
"गीत-नया राष्ट्र निर्माण करेंगे" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
लोकप्रिय पोस्ट
-
दोहा और रोला और कुण्डलिया दोहा दोहा , मात्रिक अर्द्धसम छन्द है। दोहे के चार चरण होते हैं। इसके विषम चरणों (प्रथम तथा तृतीय) मे...
-
लगभग 24 वर्ष पूर्व मैंने एक स्वागत गीत लिखा था। इसकी लोक-प्रियता का आभास मुझे तब हुआ, जब खटीमा ही नही इसके समीपवर्ती क्षेत्र के विद्यालयों म...
-
नये साल की नयी सुबह में, कोयल आयी है घर में। कुहू-कुहू गाने वालों के, चीत्कार पसरा सुर में।। निर्लज-हठी, कुटिल-कौओं ने,...
-
समास दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नए सार्थक शब्द को कहा जाता है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि ...
-
आज मेरे छोटे से शहर में एक बड़े नेता जी पधार रहे हैं। उनके चमचे जोर-शोर से प्रचार करने में जुटे हैं। रिक्शों व जीपों में लाउडस्पीकरों से उद्घ...
-
इन्साफ की डगर पर , नेता नही चलेंगे। होगा जहाँ मुनाफा , उस ओर जा मिलेंगे।। दिल में घुसा हुआ है , दल-दल दलों का जमघट। ...
-
आसमान में उमड़-घुमड़ कर छाये बादल। श्वेत -श्याम से नजर आ रहे मेघों के दल। कही छाँव है कहीं घूप है, इन्द्रधनुष कितना अनूप है, मनभावन ...
-
"चौपाई लिखिए" बहुत समय से चौपाई के विषय में कुछ लिखने की सोच रहा था! आज प्रस्तुत है मेरा यह छोटा सा आलेख। यहाँ ...
-
मित्रों! आइए प्रत्यय और उपसर्ग के बारे में कुछ जानें। प्रत्यय= प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला) शब्द का अर्थ है , पीछे चलन...
-
“ हिन्दी में रेफ लगाने की विधि ” अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश व्यक्ति आधा "र" का प्रयोग करने में बहुत त्र...
दिशा-दिशा में, नगर-ग्राम में, बीज शान्ति के उपजायेंगे,
जवाब देंहटाएंविश्व शान्ति की पहल करेंगे, राष्ट्र पताका लहरायेंगे,
भारत से यही उम्मीद है विश्व को...
बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंक्या बात वाह! बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंतिरंगा देश का झंडा
जवाब देंहटाएंतिरंगा जान भारत की
इसे झूकने न देँगे हम
सब संतान भारत की
जयहिन्द
बहुत सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंवाह ! अति उत्तम ।
जवाब देंहटाएंमेरी सोच मेरी मंजिल
बहुत खूब...
जवाब देंहटाएंहम भारत के सच्चे प्रहरी बन ... नव निर्माण अवश्य करेंगे...
http://prathamprayaas.blogspot.in/- बिना हाथों की पहली महिला पायलेट – “जेसिका कॉक्स”
मन आह्लादित हो गया..कंठस्त कर लिया है ये कविता बहुत उत्तम सर। आभार।
जवाब देंहटाएं