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sarthak sahityik aayojan ki safalta par bahut-bahut hardik badhai!
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई इस अपार सफलता की।
जवाब देंहटाएंसुन्दर और सार्थक चर्चा...हार्दिक बधाइयाँ.
जवाब देंहटाएंपुस्तकों के प्रकाशन व सफल ब्लागर मीट के लिए ढेरों बधाइयां.
जवाब देंहटाएंअपार सफलता पर हार्दिक बधाई ...
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई जी इस सफ़लता की, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंaapko bahut bahut badhaaii
जवाब देंहटाएंपण्डित जी! एक अच्छी शुरुआत! अच्छा कवरेज!आपके प्रयासों के लिये बधाई और यह मंगलकामना कि खटीमा सम्मेलन सफल एवम् सार्थक सिद्ध हो!!
जवाब देंहटाएंएक बार फिर बधाई स्वीकारें शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंbahut bahut mubaarak!!
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी के सानिध्य सुख के अनुभव के पश्चात आज सुबह सकुशल लखनऊ पहुँच गया, उनकी विनम्रता, कार्यकुशलता और सहृदयता का कायल हो गया हूँ मैं, आभार !
जवाब देंहटाएंविष्णुक्रान्ता के ताज़े फूलों की तरह तरोताजा रहा शुरू से आखिर तक लोकार्पण और ब्लोगर मिलन समारोह, कुंद सी सुगन्धित रही पूरी गतिविधियाँ ! एक नया एहसास दे गयी खटीमा यात्रा, यह कार्यक्रम निश्चित रूप से इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है, अविनाश जी, राजीव तनेजा जी, पवन चन्दन जी, पद्म सिंह जी, सुमन जी, पाण्डेय जी , सिद्धेश्वर सिंह जी , रावेन्द्र रवि जी, आशा शैली जी और अन्य श्रद्धेय जनों से मेरी मुलाक़ात अविस्मरनीय रही !
इस कार्यक्रम को जिबंतता प्रदान करने हेतु गिरीश बिल्लोरे मुकुल जी की जीतनी भी प्रशंसा की जाए कम होगी !
नि:संदेह गिरीश जी और अविनाश जी इस समारोह में तकनीकी की नयी मिसाल कायम की है, इन्हें कोटिश: शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंमैं तो ब्लॉगजगत का नन्हा ब्लोगर हूँ , किन्तु अपने को पहली बार इस समारोह में आदरणीय रवीन्द्र प्रभात जी जैसे व्यक्तित्व के आकर्षण में विल्कुल वेसुद्ध खोया हुआ पाया !
रवीन्द्र जी के बारे में जितना सुना था उससे कहीं ज्यादा विनम्र, सहृदय, आत्मीय, मृदुभाषी और आदर्श व्यक्तित्व के धनी हैं वे ! कार्यक्रम के दौरान जिसप्रकार हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में ब्लोगिंग की भूमिका विषय पर उन्होंने लगभग आधे घंटे बोला और वहां बैठे श्रोता मंत्रमुग्ध होकर सुन रहे थे सबकी जुबान से बस यही फूट रहा था कि यार हिंदी ब्लोगिंग में ऐसे भी लोग हैं, विल्कुल इनसाक्लोपीडिया !
मेरी तो ब्लोगिंग सार्थक हो गयी आदरणीय रवीन्द्र प्रभात जी, अविनाश जी, सुमन जी, राजीव तनेजा जी, पद्म सिंह जी, केवल राम जी, शास्त्री जी जैसे प्रबुद्ध ब्लोगरों के सानिध्य का सुख पाकर !
आद.शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंपुस्तकों के लोकार्पण एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन होने पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें !
हिंदी ब्लॉग जगत के इतिहास में इस कार्यक्रम को हमेशा याद किया जाएगा !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
पुस्तकों के प्रकाशन व सफल ब्लागर मीट के लिए ढेरों बधाइ....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा.. सुखद.. अभी भी आनन्द आ रहा है..
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