“रेफ लगाने की विधि”
अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश व्यक्ति आधा "र" का प्रयोग करने में बहुत त्रुटियाँ करते हैं। उनके लिए व्याकरण के कुछ सरल गुर प्रस्तुत कर रहा हूँ!
हिन्दी में रेफ अक्षर के नीचे “र” लगाने के लिए सदैव यह ध्यान रखना चाहिए कि ‘र’ का उच्चारण कहाँ हो रहा है ?
यदि ‘र’ का उच्चारण अक्षर के बाद हो रहा है तो रेफ की मात्रा सदैव उस अक्षर के नीचे लगेगी जिस के बाद ‘र’का उच्चारण हो रहा है ।
उदाहरण के लिए -
प्रकाश, सम्प्रदाय, नम्रता, अभ्रक, चन्द्र आदि ।
हिन्दी में रेफ या अक्षर के ऊपर "र्" लगाने के लिए सदैव यह ध्यान रखना चाहिए कि ‘र्’ का उच्चारण कहाँ हो रहा है ? “र्" का उच्चारण जिस अक्षर के पूर्व हो रहा है तो रेफ की मात्रा सदैव उस अक्षर के ऊपर लगेगी जिस के पूर्व‘र्’ का उच्चारण हो रहा है ।
उदाहरण के लिए -
आशीर्वाद, पूर्व, पूर्ण, वर्ग, कार्यालय आदि ।
रेफ लगाने के लिए आपको केवल यह अन्तर समझना है कि जहाँ पूर्ण "र" का उच्चारण हो रहा है वहाँ सदैव उस अक्षर के नीचे रेफ लगाना है जिसके पश्चात "र" का उच्चारण हो रहा है ।
जैसे - प्रकाश, सम्प्रदाय, नम्रता, अभ्रक, आदि में
"र" का उच्चारण हो रहा है ।
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सोमवार, 1 अगस्त 2016
हिन्दी व्याकरण "रेफ लगाने की विधि" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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