शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।। अब आँगन में नहीं, पड़े छत के कुण्डे में झूले हैं, सखियों के संग झूलीं बाला, मन खुशियों से फूले हैं, मेंहदी रची हथेली, अधरों पर लगती प्यारी लाली। शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।। मेघ-मल्हारों के गानों से, चहका है घर और आँगन, सोंधी-सोंधी गन्ध समायी, महका सारा वन-उपवन, पुरवय्या के झोंके पाकर, झूम रही डाली-डाली। शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।। बैठी हुई घरों में अपने, बुलबुल गातीं राग मधुर, लहराते हैं धान खेत में, झींगुर बजा रहे नूपुर, टर्र-टर्र मेढक चिल्लाते, घटा देख काली-काली। शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।। परदेसों में साजन जिनके, उनको विरह सताता है, रिमझिम मस्त फुहारों वाला, पानी आग लगाता है, भँवरों का मीठी गुंजन भी, लगती जैसे हो गाली। शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।। |
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रविवार, 22 जुलाई 2012
"आई तीजो हरियाली" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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bahut sunder ........
जवाब देंहटाएंवाह....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...
मनभावन रचना..
शुभकामनाएं
सादर
अनु
बढिया
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया
बहुत सुंदर मन भावन प्रस्तुती,
जवाब देंहटाएंRECENT POST काव्यान्जलि ...: आदर्शवादी नेता,
बैठी हुई घरों में अपने, बुलबुल गातीं राग मधुर,
जवाब देंहटाएंलहराते हैं धान खेत में, झींगुर बजा रहे नूपुर,
टर्र-टर्र मेढक चिल्लाते, घटा देख काली-काली।
शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।।
bahut badhiya
बरस रहे हैं जमकर बादल, धरा हुई है मतवाली।
जवाब देंहटाएंशुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।।बहुत सुन्दर परिवेशीय रचना यूं फिलवक्त भारत में सूखे की आशंका है . .कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
सोमवार, 23 जुलाई 2012
अमरीका नहीं देखा उसने जिसने लास वेगास नहीं देखा
http://veerubhai1947.blogspot.de/
तथा यहाँ भी -
कैसे बचा जाए मधुमेह में नर्व डेमेज से
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.co
सोंधी सोंधी गंध समायी
जवाब देंहटाएंमहका सारा वन उपवन
आयी तीजो हरियाली
बहुत ही बढिया वर्णन है सावन का
शहर में वो आनंद तो नहीं है लेकिन
आपकी इस कविता ने मुझे मेरे गाँव
पहुंचा दिया धन्यवाद ।
हरियाली और तीज..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंमनभावन रचना.
आपकी इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल २४/७/१२ मंगल वार को चर्चा मंच पर चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आप सादर आमंत्रित हैं
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत ही भावमय करती प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवाह !! तीज और रमजान आ गए...पाक- पवित्र वातावरण है !!
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर रचना !!
शुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति.
सुन्दर हरियाली तीज..
जवाब देंहटाएंबरस रहे हैं जमकर बादल, धरा हुई है मतवाली।
जवाब देंहटाएंशुरू हुए रमजान मुकद्दस, आई तीजो हरियाली।।
sab milkar sath rahen
yhi paigam de rahe hain tyohar.
बहुत मनभावन प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंKiss tayharo me rauta logo dawara paramparik veshbhusa me rag birage parige paridhano me latiyo leakar nitya kiya jata hai
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