श्राद्ध गये तो आ गये, माता
के नवरात्र।
लीला का मंचन करें, रामायण
के पात्र।।
सबको देते प्रेरणा, माता
के नवरूप।
निष्ठा से पूजन करो, लेकर
दीपक-धूप।।
सच्चे मन से कीजिए, माता
का गुण-गान।
माता तो सन्तान का, रखती
पल-पल ध्यान।।
अभ्यागत को देखकर, होना
नहीं उदास।
करो प्रेम से आरती, रक्खो
व्रत-उपवास।।
शुद्ध बनाने के लिए, आते
हैं नवरात्र।
ज्ञानी बनने के लिए, पढ़ो
नियम से शास्त्र।।
सारे सपनों को करें, माता
जी साकार।
कर्मों से ही तो बने, जीवन
का आधार।।
ज्ञानदायिनी शारदे, भर
दो खाली ताल।
वीणा की झंकार से, कर
दो मुझे निहाल।।
|
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मंगलवार, 9 अक्टूबर 2018
दोहे "श्राद्ध गये तो आ गये, माता के नवरात्र।" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (10-10-2018) को "माता के नवरात्र" (चर्चा अंक-3120) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
राधा तिवारी
A love song is a song about romantic love, falling in love, heartbreak after a breakup, and the feelings that these experiences bring. A comprehensive list of even the best known performers and composers of love songs would be a large order. For watch latest Romantic songs view this video https://www.youtube.com/watch?v=4KbU9BVcq54
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंअभ्यागत को देखकर, होना नहीं उदास।
करो प्रेम से आरती, रक्खो व्रत-उपवास।।
शुद्ध बनाने के लिए, आते हैं नवरात्र।
ज्ञानी बनने के लिए, पढ़ो नियम से शास्त्र।।
सुन्दर अर्थगर्भित मौज़ू दोहे शास्त्री जी के :
हर मौके की दोहावली लेकर आते आप ,
ज्ञान यज्ञ में आप ही हो जाता है जाप।
वाचिक ग्यानी मत बनो कहते हैं नवरात्र ,
मन कर्म वचन एक हों तभी बनोगे पात्र।
veerujidhuni.blogspot.com