कभी न करना जादू-टोना। अपने पैर पसार चुका है, पूरी दुनिया में कोरोना।। बाहर नहीं निकलना घर से, घर में पूरा समय बिताओ। हर घंटे हाथों को धोओ, साफ-सफाई को अपनाओ। अपनी पुस्तक को दोहराओ, यह अनमोल समय मत खोना। अपने पैर पसार चुका है, पूरी दुनिया में कोरोना।। शीतल पेय कभी मत पीना, आइसक्रीम अभी मत खाना। ताजा-ताजा भोजन खाओ, नियम सुरक्षा के अपनाना। दिनचर्या को करो नियम से, जल्दी उठना, जल्दी सोना। अपने पैर पसार चुका है, पूरी दुनिया में कोरोना।। अच्छी सीख बड़ों की मानो, बे-मतलब की जिद मत करना। सच्ची बातों को कहने में, कभी किसी से तुम मत डरना। सुमनों से मित्रता निभाना, मन के मनके सदा पिरोना। अपने पैर पसार चुका है, पूरी दुनिया में कोरोना।। |
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शुक्रवार, 7 जनवरी 2022
बालगीत "अपने पैर पसार चुका है, पूरी दुनिया में कोरोना" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
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बहुत सुंदर सार्थक सीख भरा बालगीत ।बहुत बहुत शुभकामनाएं आदरणीय शास्त्री जी ।
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(०८-०१ -२०२२ ) को
'मौसम सारे अच्छे थे'(चर्चा अंक-४३०३) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
सुंदर सीख देती रचना
जवाब देंहटाएंअत्यंत महत्वपूर्ण समसामयिक रचना 🌷🙏🌷
जवाब देंहटाएंकोरोना से सावधानी एवं बचाव की सीख देती सुंदर रचना आदरणीय ।
जवाब देंहटाएंसुंदर सीख देती रचना...
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