!! श्रद्धापूर्वक नमन !! सत्य, अहिंसा का पथ जिसने, दुनिया को दिखलाया। सारे जग से न्यारा गांधी, सबका बापू कहलाया।। -- भाले-बरछी, तोप-तमञ्चे, हथियारों को छोड़ दिया, देश-भक्ति के नारों से, जनता का मानस जोड़ दिया, स्वतन्त्रता का मन्त्र अनोखा, तुमने ही तो बतलाया। सारे जग से न्यारा गांधी, सबका बापू कहलाया।।- -- -- गंगा, यमुना,सरस्वती की, भारत में बहती धारा, राम, कृष्ण,गौतम,गांधी का देश यही प्यारा-प्यारा, इसीलिए तो देवजनों ने, इसी भूमि को अपनाया। सारे जग से न्यारा गांधी, सबका बापू कहलाया।।--- -- दो अक्टूबर को भारत में,गांधी ने अवतार लिया, लालबहादुर ने भी इस पावन माटी से प्यार किया, जय-जवान और जय-किसान का नारा सबको सिखलाया। सारे जग से न्यारा गांधी, सबका बापू कहलाया।।--- -- लोकतन्त्र की आहुति बनकर, दोनों ने बलिदान दिया, महायज्ञ की बलिवेदी पर, अपना जीवन दान किया, धन्य-धन्य हे पुण्य प्रसूनों! तुमने उपवन महकाया। सारे जग से न्यारा गांधी, सबका बापू कहलाया।। -- -- |
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रविवार, 2 अक्टूबर 2022
गीत "महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री को नमन" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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नमन
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(०३-१० -२०२२ ) को 'तुम ही मेरी हँसी हो'(चर्चा-अंक-४५७१) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
दोनों विभूतियों को शत-शत नमन !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना आदरणीय
जवाब देंहटाएंपुण्य प्रसूनों की सुगंध अब तक चिंतन में बसती है ।
जवाब देंहटाएं