हिन्दीदिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ! इस अवसर पर प्रस्तुत हैं दो गीत! (१) हिन्दीभाषा को अपनायें। आओ हिन्दीदिवस मनायें।। हिन्दीवालों की हिन्दी ही- क्यों इतनी कमजोर हो गयी? भाषा डूबी अंधियारे में, अंग्रेजी की भोर हो गई। एक वर्ष में पन्द्रह दिन ही- हिन्दी की गाथा को गायें। आओ हिन्दीदिवस मनायें।१। चीरहरण करते भाषा का, ये काले अंग्रेज निरन्तर। भेद-भाव की करतूतों से, छेद रहे माता का अन्तर। संविधान को धता बताकर, ये मनमाने ढोल बजायें। आओ हिन्दीदिवस मनायें।२। जो जन-जन का राजदुलारा, उसको है इण्डिया बनाया। अपने को इण्डियन बताकर, भारतीयता को बिसराया। खाकर के स्वदेश का राशन, गान विदेशों का ये गायें। आओ हिन्दीदिवस मनायें।३। मत माँगे हिन्दी भाषा में, लोगों को विश्वास दिलाया। लेकिन संसद में जाकर के, गिटर-पिटर का सुर अपनाया। आगामी निर्वाचन में हम, नेताओं को धरा दिखायें। आओ हिन्दीदिवस मनायें।४। -- (२) कदम-कदम पर साथ निभाती। कार हमारी हमको भाती।। हिन्दीदिन पर इसको लाये। हम सब मन में थे हर्षाये।। आज तीसरा जन्मदिवस है। लेकिन अब भी जस की तस है।। यह सफर की सखी-सहेली। अब भी है ये नयी-नवेली।। साफ-सफाई इसकी करते। इसका ध्यान हमेशा धरते।। सड़कों पर चलती मतवाली। कभी न धोखा देने वाली।। सदा सँवारो सबका जीवन। चाहे जड़ हो या हो चेतन।। पूरे घर को तुम हो भायी। जन्मदिवस पर तुम्हें बधायी। |
"उच्चारण" 1996 से समाचारपत्र पंजीयक, भारत सरकार नई-दिल्ली द्वारा पंजीकृत है। यहाँ प्रकाशित किसी भी सामग्री को ब्लॉग स्वामी की अनुमति के बिना किसी भी रूप में प्रयोग करना© कॉपीराइट एक्ट का उलंघन माना जायेगा। मित्रों! आपको जानकर हर्ष होगा कि आप सभी काव्यमनीषियों के लिए छन्दविधा को सीखने और सिखाने के लिए हमने सृजन मंच ऑनलाइन का एक छोटा सा प्रयास किया है। कृपया इस मंच में योगदान करने के लिएRoopchandrashastri@gmail.com पर मेल भेज कर कृतार्थ करें। रूप में आमन्त्रित कर दिया जायेगा। सादर...! और हाँ..एक खुशखबरी और है...आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं। बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए। |
Linkbar
फ़ॉलोअर
शुक्रवार, 14 सितंबर 2012
"हिन्दी दिवस पर दो गीत" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
लोकप्रिय पोस्ट
-
दोहा और रोला और कुण्डलिया दोहा दोहा , मात्रिक अर्द्धसम छन्द है। दोहे के चार चरण होते हैं। इसके विषम चरणों (प्रथम तथा तृतीय) मे...
-
लगभग 24 वर्ष पूर्व मैंने एक स्वागत गीत लिखा था। इसकी लोक-प्रियता का आभास मुझे तब हुआ, जब खटीमा ही नही इसके समीपवर्ती क्षेत्र के विद्यालयों म...
-
नये साल की नयी सुबह में, कोयल आयी है घर में। कुहू-कुहू गाने वालों के, चीत्कार पसरा सुर में।। निर्लज-हठी, कुटिल-कौओं ने,...
-
समास दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नए सार्थक शब्द को कहा जाता है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि ...
-
आज मेरे छोटे से शहर में एक बड़े नेता जी पधार रहे हैं। उनके चमचे जोर-शोर से प्रचार करने में जुटे हैं। रिक्शों व जीपों में लाउडस्पीकरों से उद्घ...
-
इन्साफ की डगर पर , नेता नही चलेंगे। होगा जहाँ मुनाफा , उस ओर जा मिलेंगे।। दिल में घुसा हुआ है , दल-दल दलों का जमघट। ...
-
आसमान में उमड़-घुमड़ कर छाये बादल। श्वेत -श्याम से नजर आ रहे मेघों के दल। कही छाँव है कहीं घूप है, इन्द्रधनुष कितना अनूप है, मनभावन ...
-
"चौपाई लिखिए" बहुत समय से चौपाई के विषय में कुछ लिखने की सोच रहा था! आज प्रस्तुत है मेरा यह छोटा सा आलेख। यहाँ ...
-
मित्रों! आइए प्रत्यय और उपसर्ग के बारे में कुछ जानें। प्रत्यय= प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला) शब्द का अर्थ है , पीछे चलन...
-
“ हिन्दी में रेफ लगाने की विधि ” अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश व्यक्ति आधा "र" का प्रयोग करने में बहुत त्र...
हिंदी का हम मान बढाएं,
जवाब देंहटाएंघर बाहर हिंदी अपनाएं ,
आओ हिंदी दिवस मैं ,
हिंदी की बिंदी चमकाएं .
हिंद देश का मान बढाएं ,
इंडिया इंडिया बहुत हो चुका
हिन्दुस्तानी हम हो जाएं .
ram ram bhai
शुक्रवार, 14 सितम्बर 2012
Ear Infections (कानों में होने वाले रोग - संक्रमण )
Ear Infections (कानों में होने वाले रोग - संक्रमण )
Chiropractic ......Bringing out the best in you,
माहिरों द्वारा लिखा गया मूल आलेख बेहतरीन है .इसलिए इसका मूल संस्करण पहले मुहैया करवाया जा रहा है .हिंदी संस्करण व्याख्या सहित जल्दी पढियेगा ,वायदा है .
Acute Otitis Media (Middle Ear Infection )
A child awakens suddenly at night crying because of intense ear pain .The probable cause is infection of the middle ear (the area between the ear drum and the skull )-a very painful condition called acute otitis media that is usually accompanied by fever with fluid coming out of the ear .Childhood ear infections often frighten parents partly because they tend to come on suddenly , often at night .
चीरहरण करते भाषा का,
जवाब देंहटाएंये काले अंग्रेज निरन्तर।
भेद-भाव की करतूतों से,
छेद रहे माता का अन्तर।
संविधान को धता बताकर,
ये मनमाने ढोल बजायें।
आओ हिन्दीदिवस मनायें।२।
चीरहरण करते भाषा का,
जवाब देंहटाएंये काले अंग्रेज निरन्तर।
भेद-भाव की करतूतों से,
छेद रहे माता का अन्तर।
संविधान को धता बताकर,
ये मनमाने ढोल बजायें।
आओ हिन्दीदिवस मनायें।२।बहुत बढ़िया प्रस्तुति -चीरहरण करते भाषा का ,ये काले अँगरेज़ हटाएं ,आओ सब हिंदी अपनाएं , मिलकर हिंदी दिवस मनाएं .
हिन्दीभाषा को अपनायें।
जवाब देंहटाएंआओ हिन्दीदिवस मनायें।।
badhai.
खूबसूरत रचना.
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस की हार्दिक बधाई.
जब आएंगे कभी खटीमा,घूमेंगे इस गाड़ी में.
हम सब इस पर सफ़र करेंगे समतल और पहाड़ी में.
जय हिंदी – जय देवनागरी
जवाब देंहटाएंआओ देवनागरी दिवस मनाये और सभी भारतीय भाषाओ को
हटाएंआपस में मिलाये
जय हिंदी
फले फूले खिलखिलाती रहे हमारी हिंदी
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं हिंदी दिवस की...
सादर
अनु
हिन्दी दिवस की ढेरों शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़ियता सर!
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ!
सादर
हिंदी भारतवर्ष में ,पाय मातु सम मान
जवाब देंहटाएंयही हमारी अस्मिता और यही पहचान |
बढ़िया लिखा है ...हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस की शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएं----
गूगल हिंदी टायपिंग बॉक्स अब ब्लॉगर टिप्पणियों के पास
आभार ||
जवाब देंहटाएंजय हिंदी जय हिन्दुस्तान ||
हाय हाय हिंदी हठी, हाकिम हुज्जत हूल ।
जवाब देंहटाएंफिर भी तू जिन्दा बची, महक कुदरती फूल ।
महक कुदरती फूल, चहकती बाजारों में ।
घूमे देश विदेश, पर्यटन व्यापारों में ।
रोजगार मिल रहे, सभी क्षेत्रो में फैली ।
सीख रहे वे शत्रु, नजर जिनकी थी मैली ।
हिन्दी दिवस की शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस की शुभकामनायें ..और आपकी कार को भी जन्मदिन की शुभकामनायें :)
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंश्रीमान,
आपका हिदी के प्रति प्यार या कहूं झुकाव आदरणीय है. कृपया इसे राडजभाषा ही कहें ताकि हम सभी समा सकें. मातृभाषा तो यह सब भारतीयों का नहीं हो सकती. कृपया विचारें..
सादर,
http://www.laxmirangam.blogspot.com
अयंगर.
नमस्कार!
जवाब देंहटाएंबहुत ही मनमोहक अंदाज में लिखा हिंदी गीत. सभी लोग एकबार तो कुछ सोचेंगे ही. प्रेरक और संग्रहणीय रचना.
जय हिंदी. जय हिंद.
जय हिंदी. जय हिंद.
जय हिंदी. जय हिंद.
जय हिंदी. जय हिंद.
जय हिंदी. जय हिंद.
हिंदी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंसभी को हिंदी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंआपकी मनमोहक कविता ने आज मेरा दिन बना दिया है.
"मयंक जी" को मेरी ओर से अनेक अनेक धन्यवाद
अपनी मातृभाषा की इसी तरह सेवा करते रहें
एक बार पुनः मेरी ओर से सभी को हिंदी दिवस की ढेर सारी शुभकामनायें
आपका
वैभव जांदे (सिरोंज, जिला विदिशा)
वर्तमान में मै पुणे में सी. ए. कर रहा हूँ
हिंदी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएँ.....अभी तक एक खूबसूरत सफर के लिए दिल से शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं,,
जवाब देंहटाएंये सब भी बहुत रोचक यादें हैं, जिसे हम कभी भुलाना नहीं चाहते
बहुत बढिया
दोनों ही रचनाएँ बहुत ही सुंदर है | पहली वाली कविता बहुत सार्थक भी |
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट में आपका स्वागत है |
जमाना हर कदम पे लेने इम्तिहान बैठा है
बहुत सुन्दर.. हिन्दी दिवस की शुभकामनायें |
जवाब देंहटाएंलाजवाब शास्त्री जी, लाजवाब!
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
हिन्दी दिवस की शुभकामनायें happy birthday to car .औलाद की कुर्बानियां न यूँ दी गयी होती
जवाब देंहटाएंशास्त्रीजी,
जवाब देंहटाएंहिंदी-दिवस की बधाई और मेरा प्रणाम स्वीकार करें. सरल भाषा में लिखे गए हिंदी-गीत सुन्दर हैं !
इन दिनों जयप्रकाशजी पर संस्मरण लिख रहा हूँ, पता नहीं आप उसे पढ़ रहे हैं या नहीं ! अवकाश मिले तो देखिएगा.
सादर-आ. .
सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंमुझ में जीवित है
जवाब देंहटाएंहो सकता है आप सब में भी
जब तक मैं हूँ और मेरे बाद भी
हिंदी अजर है
अमर रहेगी
साहित्य कभी मरता नहीं
बहुत ही सुंदर गीत
हिंदी दिवस की ढेरों बधाई !
जवाब देंहटाएंदिल की बातें !
हिन्दी दिवस और कार दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएं