दो अक्टूबर के दिन जन्मा भारत भाग्य विधाता। इसी दिवस से पण्डित लालबहादुर का है नाता।। धन्य हो गई भारत की धरती इन वीर सपूतों से। मस्तक ऊँचा हुआ देश का अमन-शान्ति के दूतों से।। दो अक्टूबर के दिन उपवन जी भर करके मुस्काया। गांधी जी के बाद बहादुर लाल चमन में आया।। जय-जवान और जय किसान का नारा लगा दिया था। दुष्ट पाक की सेना को सीमा से भगा दिया था।। कारयरता का समझौता तुमको था रास न आया। ये गहरा आघात हृदय को सहन नही हो पाया।। सीखा नही कभी था तुमने, घुट-घुट करके जीना। सबसे प्यारा लाल हमारा, ताशकन्द ने छीना।। |
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शनिवार, 3 अक्टूबर 2009
"लाल हमारा, ताशकन्द ने छीना" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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बिलकुल सही किया पाने शास्त्री जी, अक्सर हम लोग इस महानेता को भूल जाते है ! मेरी तरफ से भी इस युग नेता को श्रधांजलि
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी आपने अछा किया अपने लाल जी को याद करके
जवाब देंहटाएंजय-जवान और जय किसान का नारा लगा दिया था।
जवाब देंहटाएंदुष्ट पाक की सेना को सीमा से भगा दिया था।।
कारयरता का समझौता तुमको था रास न आया।
ये गहरा आघात हृदय को सहन नही हो पाया।।
सीखा नही कभी था तुमने, घुट-घुट करके जीना।
सबसे प्यारा लाल हमारा, ताशकन्द ने छीना।।
दो अक्टूबर के दिन शास्त्री जी की भी जयंती होती है,कितने जानते है ??
भारत माता के सच्चे 'लाल', लाल बहादुर शास्त्री जी को मेरा शत शत नमन !
लाल बहादुर शास्त्री जी को हमारी तरफ़ से श्रधांजलि, ऎसा नेता इस काग्रेस मै ना हुआ है ना होगा.बस एक लाल ही हुआ है उसे हम नमन करते है
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा आपने ताशकंद ने छीन लिया हमारे देश के इस महापुरुष को..
जवाब देंहटाएंनमन करता हूँ ऐसे महापुरुष और परम देशभक्त को..
बहुत बढ़िया कविता..बधाई!!!
isse behtar shraddhanjai ho hi nahi sakti.............aapne aaj shastri ji ko yaad karakar sachchi deshbhakti ka parichay diya hai.........hamara naman hai bharat maa ke aise laal ko aur aapki lekhni ko bhi naman.
जवाब देंहटाएंइस महान नेता, महा मानव को मेरी भी श्रद्धान्जलि.
जवाब देंहटाएंशाश्त्रीजी को तो लगभग भुला ही दिया है,हमने...आपके प्रयास के लिए मैं आपकी आभारी हूँ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना....
बहुत सुन्दर पोस्ट शास्त्री जी को नमन श्रद्धाँजली। जै जवान जै किसान
जवाब देंहटाएंउन की शहादत के कारण ही आज हम स्वतंत्र है...!लेकिन हम आज भी उनकी मौत के रहस्य को सुलझा नहीं पाए.....
जवाब देंहटाएंBharat ke sacche sapoot ko mera -sat...sat...naman.
जवाब देंहटाएंshastriji ko shat shat naman...
जवाब देंहटाएंसीखा नही कभी था तुमने, घुट-घुट करके जीना।
जवाब देंहटाएंसबसे प्यारा लाल हमारा, ताशकन्द ने छीना।।
बहुत बढ़िया कविता..बधाई!!!
भारत के सच्चे 'लाल', लाल बहादुर शास्त्री जी को मेरा शत शत नमन ...... SUNDAR RACHNA HAI AAPKI........
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया कविता लिखा है आपने! शास्त्रीजी को मेरा शत शत नमन!
जवाब देंहटाएंलाल बहादुर शास्त्री जी को हमारी तरफ़ से नमन श्रधांजलि। बहुत अच्छा कविता है।
जवाब देंहटाएंकहाँ मिलेगा "लाल बहादुर" सा देशभक्त प्यारा ..
जवाब देंहटाएंउन्हें मृत्यु ने हमें मृत्यु के समाचार ने मारा ..