बेटी है, बँगला है, खेती है, घपलों में घपले हैं, दिल काले हैं कपड़े उजले हैं, उनके भइया हैं, इनके साले हैं, जाल में फँस रहे, कबूतर भोले-भाले हैं, गुण से विहीन हैं अवगुण की खान हैं जेबों में रहते इनके भगवान हैं इनकी दुनिया का नया विज्ञान है दिन में इन्सान हैं रात को शैतान हैं परदा डालते हैं भाषण से घोटालों पर तमाचे भी पड़ते हैं कभी-कभी गालों पर आदत हो गई है लातों के भूतों को खाते हैं यदा-कदा जनता के जूतों को न कोई धर्म है न ही ईमान है मुफ्त में करते नही अहसान हैं हर रात को बदलते नये मेहमान है हमारे देश के नेता सचमुच महान हैं! |
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गुरुवार, 24 नवंबर 2011
"हमारे नेता महान" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
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न कोई धर्म है
जवाब देंहटाएंन ही ईमान है
मुफ्त में करते
नही अहसान हैं
yatharth ko batati hui saarthak post .bahut badhaai aapko .
मयंक जी नमस्कार, बहुत अच्छे गुणो से नवाजा है सच है--न ही ईमान है---मुफ्त मेकरते नही एहसान है।
जवाब देंहटाएंsateek vishleshan kiya hai aapne aaj ke netaon ka .aabhar
जवाब देंहटाएंनेताओं के चरित्र को आपने सरल शब्दों में सुन्दर धनद से बयाँ किया है.
जवाब देंहटाएंआपने आज के नेतों का सरल शब्दों में सटीक चित्रण प्रस्तुत किया है.....समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है।http://mhare-anubhav.blogspot.com/
जवाब देंहटाएंwah ...
जवाब देंहटाएंnetao ki tarif me apne bahut gajab likh diya hai...
bahut sundar rachana hai....
चरित्र चित्रण कर दिया आपने कविता के माध्यम से
जवाब देंहटाएंआजकल के नेता, 'नेता' नहीं 'लेता' हैं....
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना।
आपकी रचना का यह अंदाज़ भी भाया।
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सरल शब्दों नेताओं का गुणगान किया
रचना पसंद आई ,...
मेरे पोस्ट पर आइये स्वागत है,...
aaj ke neta aaj ke halat...sundar saral shabdon me badiya chitran..
जवाब देंहटाएंसच्चा सच्चा चित्र खींच डाला...बेहतरीन!!
जवाब देंहटाएंपर बड़ा अन्याय हुआ।
जवाब देंहटाएंहास्य और व्यंग्य एक साथ - बोले तो एक पर एक फ्री
जवाब देंहटाएंसटीक चित्रण
जवाब देंहटाएंबहुत खूब शास्त्री जी , मगर मैं इनका गुणगान सरल शैली में करना पसंद करता हूँ ;
जवाब देंहटाएंभ्रष्ट हैं, बेईमान है , चोर हैं लुच्चे है !
हमारे देश के नेता, सा..सब टुच्चे है !!
एकदम करारा...
जवाब देंहटाएंसरदार जी के हाथ की तरह
सादर...
एक बेहद शानदार करारा प्रहार करती रचना के लिये हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएं