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bahut khuub guruji ||
जवाब देंहटाएंbahut sundar bhaavavyakti.
जवाब देंहटाएंAchhi rachna, Bhav poorna prastuti
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावाव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंबड़भागी हैं मैडम...जो आपने ये लिखा उनके लिए...
:-)
सादर.
SUNDAR
जवाब देंहटाएंप्रेम दिवस पे रंग हैं लाया
जवाब देंहटाएंरूप तुम्हारा नया नया
तेरे प्रियतम को हैं भाया
रूप तुम्हारा नया नया
चंदा सा हैं मुख हैं ये तुम्हारा
लगे एकदम नया नया
bahut sunder rachna....badhai ho uncle
अरे वाह!
हटाएंरचना के बदले में रचना!
आपके भीतर छिपी प्रतिभा को नमन!
बहुत ही सुन्दर रचना है...
जवाब देंहटाएंबहुत बढि़या..शास्त्री जी..
जवाब देंहटाएंbehad khoobsurat...
जवाब देंहटाएंbahut pyaar hai isme...
जवाब देंहटाएंअरे वाह. यह कहाँ छुपी रह गयी थी...
जवाब देंहटाएंकविता पुरानी पर तेवर नया नया।
जवाब देंहटाएंवाह!!!!!बहुत बेहतरीन सतरंगी रूप की खुबशुरत प्रस्तुति,....
जवाब देंहटाएंनया नौ दिन पुराना सब दिन,....
बढिया रचना।
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर की गई है। चर्चा में शामिल होकर इसमें शामिल पोस्ट पर नजर डालें और इस मंच को समृद्ध बनाएं.... आपकी एक टिप्पणी मंच में शामिल पोस्ट्स को आकर्षण प्रदान करेगी......
बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंअनुपम प्रेम अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर!
जवाब देंहटाएंरूप नया नया बहुत भाता है... बहुत ही बढ़िया....
जवाब देंहटाएं