शिव-आशीषों की सौगात, लेकर आयी है शिवरात, बोलो हर-हर, बम-बम..! बोलो हर-हर, बम-बम..!! शंकर जी की आई याद, बम भोले के गूँजे नाद, बोलो हर-हर, बम-बम..! बोलो हर-हर, बम-बम..!! भूत-पिशा्च गणादि साथ, लेकर निकले शिव बारात, बोलो हर-हर, बम-बम..! बोलो हर-हर, बम-बम..!! जागा दयानन्द का ज्ञान, भागा तमरूपी अज्ञान, बोलो हर-हर, बम-बम..! बोलो हर-हर, बम-बम..!! शिव की लीला अपरम्पार, व्रत-पूजन करता संसार, बोलो हर-हर, बम-बम..! बोलो हर-हर, बम-बम..!! पावन गंगा-नीर विशेष, शिवलिंग का होता अभिषेक, बोलो हर-हर, बम-बम..! बोलो हर-हर, बम-बम..!! |
"उच्चारण" 1996 से समाचारपत्र पंजीयक, भारत सरकार नई-दिल्ली द्वारा पंजीकृत है। यहाँ प्रकाशित किसी भी सामग्री को ब्लॉग स्वामी की अनुमति के बिना किसी भी रूप में प्रयोग करना© कॉपीराइट एक्ट का उलंघन माना जायेगा। मित्रों! आपको जानकर हर्ष होगा कि आप सभी काव्यमनीषियों के लिए छन्दविधा को सीखने और सिखाने के लिए हमने सृजन मंच ऑनलाइन का एक छोटा सा प्रयास किया है। कृपया इस मंच में योगदान करने के लिएRoopchandrashastri@gmail.com पर मेल भेज कर कृतार्थ करें। रूप में आमन्त्रित कर दिया जायेगा। सादर...! और हाँ..एक खुशखबरी और है...आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं। बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए। |
Linkbar
फ़ॉलोअर
शनिवार, 18 फ़रवरी 2012
"आयी है शिवरात" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
लोकप्रिय पोस्ट
-
दोहा और रोला और कुण्डलिया दोहा दोहा , मात्रिक अर्द्धसम छन्द है। दोहे के चार चरण होते हैं। इसके विषम चरणों (प्रथम तथा तृतीय) मे...
-
लगभग 24 वर्ष पूर्व मैंने एक स्वागत गीत लिखा था। इसकी लोक-प्रियता का आभास मुझे तब हुआ, जब खटीमा ही नही इसके समीपवर्ती क्षेत्र के विद्यालयों म...
-
नये साल की नयी सुबह में, कोयल आयी है घर में। कुहू-कुहू गाने वालों के, चीत्कार पसरा सुर में।। निर्लज-हठी, कुटिल-कौओं ने,...
-
समास दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नए सार्थक शब्द को कहा जाता है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि ...
-
आज मेरे छोटे से शहर में एक बड़े नेता जी पधार रहे हैं। उनके चमचे जोर-शोर से प्रचार करने में जुटे हैं। रिक्शों व जीपों में लाउडस्पीकरों से उद्घ...
-
इन्साफ की डगर पर , नेता नही चलेंगे। होगा जहाँ मुनाफा , उस ओर जा मिलेंगे।। दिल में घुसा हुआ है , दल-दल दलों का जमघट। ...
-
आसमान में उमड़-घुमड़ कर छाये बादल। श्वेत -श्याम से नजर आ रहे मेघों के दल। कही छाँव है कहीं घूप है, इन्द्रधनुष कितना अनूप है, मनभावन ...
-
"चौपाई लिखिए" बहुत समय से चौपाई के विषय में कुछ लिखने की सोच रहा था! आज प्रस्तुत है मेरा यह छोटा सा आलेख। यहाँ ...
-
मित्रों! आइए प्रत्यय और उपसर्ग के बारे में कुछ जानें। प्रत्यय= प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला) शब्द का अर्थ है , पीछे चलन...
-
“ हिन्दी में रेफ लगाने की विधि ” अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश व्यक्ति आधा "र" का प्रयोग करने में बहुत त्र...
वाह!!!!!बहुत अच्छी अभिव्यक्ति,सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंMY NEW POST ...सम्बोधन...
नमामीशमीशाम निर्वाण रूपम्....
जवाब देंहटाएंओम नम: शिवाय्…………सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंhar har ...bam bam ! jai gauri shankar ki .bahut sundar rachna .aabhar
जवाब देंहटाएंजय हो शिव की..
जवाब देंहटाएंजय भोलेनाथ की
जवाब देंहटाएंशिवरात्रि की ढेरों बधइयाँ
बम बम भोले ..
जवाब देंहटाएंbhaktiimay bhaav se poorn rachna...har har mahadev....jai bholenaath.
जवाब देंहटाएंभोले शंकर का प्रसाद सभी पर बरसे॥
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी अभिव्यक्ति,सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंओम नम: शिवाय्……
हर हर बम बम,हर हर बम बम
जवाब देंहटाएंहर हर बम बम,हर हर बम बम
सुन्दर नाद का गुंजन हो रहा है मन मष्तिस्क में.
अनहद नाद गुंजाती अनुपम प्रस्तुति के लिए बहुत
बहुत आभार,शास्त्री जी.
मेरे ब्लॉग पर आईएगा.
वाह! सुन्दर
जवाब देंहटाएंभोलेनाथ की जय हो।
जवाब देंहटाएंजय शिव जय शंकर...
जवाब देंहटाएंबाबा भोलेनाथ की जय हो...
जवाब देंहटाएं☺
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भाव पूर्ण सार्थक रचना,
जवाब देंहटाएंjai bholenath
पावन गंगा-नीर विशेष,
जवाब देंहटाएंशिवलिंग का होता अभिषेक,
बोलो हर-हर, बम-बम..!
बोलो हर-हर, बम-बम..!!
सात्विक भाव को जागृत ऊर्जित करती रचना .
शिव जी की कृपा सब पर बनी रहे...
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति.
वाह! बहुत सुन्दर सर...
जवाब देंहटाएंशिवरात्री की सादर बधाईयां...
बम बम भोले -- शिव रात्रि की मंगल कामनाएं.
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुती...
जवाब देंहटाएंशिव जी कि असीम कृपा आप पर बनी रहे...:-)
हर हर बम बम
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति!
ॐ नमः शिवाय!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!