आज एक पुरानी डायरी मिली
उसमें ये गज़ल मिल गई!
आपके साथ साझा कर रहा हूँ
बिना
जाँचे-बिना परखे, भरोसा कर लिया
मेंने
खुशनुमा
ज़िन्दग़ी में, काम कैसा कर
लिया मैंने
मुझे मालूम
क्या था, हर अदा उसकी
छलावा थीं
हसीं आग़ाज का, अन्ज़ाम कैसा कर लिया
मैंने
ज़लालत झेलकर भी, जी रहे ज़िन्दादिली से हम
सिकन्दर नाम को
गुमनाम कैसा कर लिया मैंने
किया है प्यार
तो उसको, निभायेंगे
उम्रभर हम
तुम्हारी आशिकी
में नाम कैसा कर लिया मैंने
दिलो-जाँ से
फिदा हूँ मैं, तुम्हारे
"रूप" की खातिर
जहाँ में नाम
को, बदनाम कैसा कर
लिया मैंने
|
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रविवार, 3 मार्च 2013
"गज़ल-भरोसा कर लिया मेंने" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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वाह आदरणीय गुरुदेव श्री वाह ऐसी शानदार लाजवाब ग़ज़ल आपने डायरी में रखी थी. ऐसी सुन्दर ग़ज़ल तो हम पाठकों के लिए है ऐसी ग़ज़ल तो ह्रदय को पुलकित एवं आनंदित करती है. लाजवाब अशआर हुए हैं सादर बधाई स्वीकारें.
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय-
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति ||
बहुत ही लाजबाब ग़ज़ल है मान्यवर,सादर आभार.
जवाब देंहटाएंpurani cheej bahut achchhi hoti hai aur khud bhi dekh kar lagata hai ki kya aisa hamane hi likha tha. badhiya prastuti.
जवाब देंहटाएंpitare se nikli behatareen gazal sir,"pitari gazal ki har roj yun hi khulti rhe, bn pyar ki shahnayee gazal aapki kayamt tk hansti rahe.....(Aziz Jaunpuri)
जवाब देंहटाएंसराहनीय अभिव्यक्ति आभार छोटी मोटी मांगे न कर , अब राज्य इसे बनवाएँगे .” आप भी जानें हमारे संविधान के अनुसार कैग [विनोद राय] मुख्य निर्वाचन आयुक्त [टी.एन.शेषन] नहीं हो सकते
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत गज़ल
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर गजल ...
जवाब देंहटाएंमोती डायरी में छुपा हुआ था...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंलाजबाब ग़ज़ल है आभार!
जवाब देंहटाएंlatest post होली
वाह!
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रविष्टि कल दिनांक 04-03-2013 को सोमवारीय चर्चा : चर्चामंच-1173 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
लाजवाब गजल! बधाई स्वीकार करें।
जवाब देंहटाएंसुन्दर गजल
जवाब देंहटाएंविवाह के पूर्व की रचना तो नहीं है?
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सुन्दर लाजबाब अभिव्यक्ति।।।।।।
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
पृथिवी (कौन सुनेगा मेरा दर्द ) ?
ये कैसी मोहब्बत है
सुन्दर रचना। आभार :)
जवाब देंहटाएंनये लेख :- एक नया ब्लॉग एग्रीगेटर (संकलक) ; ब्लॉगवार्ता।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विशेष : रमन प्रभाव।