घुटन और सड़न में जिए जा रहे हैं, जहर वेदना के पिये जा रहे हैं। फकत नाम की है यहाँ राष्ट्र-भाषा, चढ़ी है जुबाँ पर यहाँ आंग्ल-भाषा, सभी काम इसमें किये जा रहे हैं। चुनावों में हिन्दी ध्वजा गाड़ते हैं, संसद में अंग्रेजियत झाड़ते हैं, ये सन्ताप माँ को दिये जा रहे हैं। जिह्वा कलम कर विदेशों में जाते, ये हिन्दी को नीचा हमेशा दिखाते, ये नौका भँवर में लिए जा रहे है। भारत की है जान दिल और जिगर है ये सन्तों की वाणी अमर है अजर है, फटे आवरण को सिये जा रहे है। |
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रविवार, 6 सितंबर 2009
‘‘जहर वेदना के पिये जा रहे हैं’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
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ye kaise desh ke karndhar hain jo
जवाब देंहटाएंangreji ko samman diye ja rahe hain
bhasha ki mahtta ke namm par jo
hindi ko apmanit kiye ja rahe hain
bahut hi khoobsoorti se hindi ki vyatha ujagar ki hai.
बहुत सुंदर, शास्त्री जी, शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामनावो सहित
जवाब देंहटाएंभारत की है जान दिल और जिगर है
जवाब देंहटाएंये सन्तों की वाणी अमर है अजर है,
फटे आवरण को सिये जा रहे है।
बहुत सुन्दर रचना है बधाई और सेहत के लिये शुभकामनायें
भारत की है जान दिल और जिगर है
जवाब देंहटाएंये सन्तों की वाणी अमर है अजर है,
बहुत सुन्दर
हिन्दी के प्रति चिंता उचित है
rashtrabhasa ki durdasa ...dil ko kachotati marmsparshi rachana .......badhai badhai...
जवाब देंहटाएंडॉक्टर साब,
जवाब देंहटाएंसुना है कि तबियत नासाज़ है ?
अपना ख्याल रखें |
बहुत सुन्दर रचना है बधाई और सेहत के लिये शुभकामनायें |
ज़रा यहाँ भी निगाह डाले :- "बुरा भला" ने जागरण की ख़बर में अपनी जगह बनाई है |
जवाब देंहटाएंhttp://in.jagran.yahoo.com/news/national/politics/5_2_5767315.html
शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंआपकी हिंदी-चिंता प्रभावित तो करती ही है, भारतवासियों को भी पुनर्विचार की प्रेरणा देती है !
चुनावों में हिन्दी ध्वजा गाड़ते हैं,
संसद में अंग्रेजियत झाड़ते हैं,
ये सन्ताप माँ को दिये जा रहे हैं।...
जाने इस संताप से कब मुक्ति मिलेगी उन्हें... सचमुच, माता की छाती पर 'मम्मी' स्वर है !
आभार !! आ.
ज़रा यहाँ भी निगाह डाले :- "बुरा भला" ने जागरण की ख़बर में अपनी जगह बनाई है |
जवाब देंहटाएंhttp://in.jagran.yahoo.com/news/national/politics/5_2_5767315.html
बहुत ही विचारणीय रचना जो हकीकत में सच का आभास भी कराती है . उम्दा रचना . आभार
जवाब देंहटाएंएक अति सुंदर कविता जल्द से स्वास्थय हो जाए यही कामन्ये करता हुं
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा रचना. शीघ्र स्वस्थ होईये डाकटर साहब.
जवाब देंहटाएंशुभाकामनाएं.
रामराम.
चुनावों में हिन्दी ध्वजा गाड़ते हैं,
जवाब देंहटाएंसंसद में अंग्रेजियत झाड़ते हैं,
ये सन्ताप माँ को दिये जा रहे हैं।
rachna mein bahut dam hai bhai. ek dam chhakka mara hai apne.badhai!
चुनावों में हिन्दी ध्वजा गाड़ते हैं,
जवाब देंहटाएंसंसद में अंग्रेजियत झाड़ते हैं,
ये सन्ताप माँ को दिये जा रहे हैं।
rachna mein bahut dam hai bhai. ek dam chhakka mara hai apne.badhai!
अत्यन्त सुंदर और मर्मस्पर्शी रचना के लिए बधाई!
जवाब देंहटाएंराष्ट्रभाषा हिंदी के प्रति आपकी चिंता जायज है ..
जवाब देंहटाएंशीघ्र स्वास्थ्य लाभ करें ..शुभकामनायें ..!!