खिलखिलाते चमन में, परिवार की बातें करें। प्यार का मौसम है, आओ प्यार की बातें करें।। नेह की लेकर मथानी, हृदय का मन्थन करें, छोड़ कर छल-छद्म, कुछ उपकार की बातें करें। आस के अंकुर उगाओ, दीप खुशियों के जलें, प्रीत का संसार है, संसार की बातें करें। भावनाओं के नगर में, छेड़ दो वीणा के मधुर, घर सजायें स्वर्ग सा, मनुहार की बातें करें। निर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी, क्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें। कदम आगे को बढ़ाओ, सामने मंजिल खड़ी, जीत के माहौल में, क्यों हार की बातें करें। “रूप” सूरज ने निखारा, ताप धरती का बढ़ा, पेड़ छाया के लगा, शृंगार की बातें करें।। |
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शनिवार, 28 मई 2011
"ग़ज़ल-...बातें करें" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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आशा का संदेश और प्रैक्टिकल उपदेश ।
जवाब देंहटाएं“रूप” सूरज ने निखारा, ताप धरती का बढ़ा,
जवाब देंहटाएंपेड़ छाया के लगा, शृंगार की बातें करें।।
आपकी श्रृंगार की बातें बहुत अच्छी लगीं शास्त्री जी.
बस कुछ न कुछ बातें होती रहें।
जवाब देंहटाएंaapki post ka ek alag andaaj hai...ek dum nirala.........
जवाब देंहटाएंसुंदर संदेश, बेहतरीन रचना।
जवाब देंहटाएंनिर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी,
जवाब देंहटाएंक्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें।
शास्त्री जी,
आपकी इन पंक्तियों में जो छिपा है , बस आज उसकी ही जरूरत है. वो हम उनको दें जिसकी उन्हें वाकई जरूरत है. धन खर्च हो जाएगी विद्या दी तो वे धन कमाने काबिल बनजायेंगे.
बहुत ही सुन्दर सन्देश देता खूबसूरत गीत.
जवाब देंहटाएंनेह की लेकर मथानी, हृदय का मन्थन करें,
जवाब देंहटाएंछोड़ कर छल-छद्म, कुछ उपकार की बातें करें।
निर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी,
क्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें
शानदार प्रस्तुति……………सुन्दर संदेश देती है।
कदम आगे को बढ़ाओ, सामने मंजिल खड़ी,
जवाब देंहटाएंजीत के माहौल में, क्यों हार की बातें करें।
बेहद सटीक...
बहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंआस के अंकुर उगाओ, दीप खुशियों के जलें,
जवाब देंहटाएंप्रीत का संसार है, संसार की बातें करें
बहुत सुंदर
निर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी,
जवाब देंहटाएंक्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें।
बहुत खूबसूरत ग़ज़ल जिसमें दिमाग को सुकून मिलती है।
बहुत सुंदर चित्र... फ़ुल ही फ़ुल ओर सुंदर रचना, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंकदम आगे को बढ़ाओ, सामने मंजिल खड़ी,
जवाब देंहटाएंजीत के माहौल में, क्यों हार की बातें करें।
बहुत अच्छी रचना।
दिल दे दुआ निकलती है आपके लिए डा0 साहब
अच्छा सन्देश लिए ग़ज़ल ...बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंनिर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी,
जवाब देंहटाएंक्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें।
कदम आगे को बढ़ाओ, सामने मंजिल खड़ी,
जीत के माहौल में, क्यों हार की बातें करें।
बहुत सुन्दर सन्देश देती गज़ल ...
कदम आगे को बढ़ाओ, सामने मंजिल खड़ी,
जवाब देंहटाएंजीत के माहौल में, क्यों हार की बातें करें।
सुंदर संदेश ,बहुत अच्छी .... धन्यवाद
pyaar ka mausam hai aao zara pyaar ki baatein karein...
जवाब देंहटाएंसार्थक सन्देश ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर गीत !
प्रेरक/शिक्षाप्रद शेर.वाह.
जवाब देंहटाएंनिर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी,
जवाब देंहटाएंक्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें।
sarthak sandesh deti hui bahut sunder rachna .
सुंदर संदेश- उम्दा!
जवाब देंहटाएंनिर्धनों को बाँटकर तालीम कहलाओ धनी,
जवाब देंहटाएंक्यों सबल को भेंट दे, उपहार की बातें करें.bahut hi achchi panktiyan.bahut sunder prastuti.badhaai aapko.