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गुरुवार, 25 अगस्त 2011
"प्रीत की डोरी" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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वाह ...बेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसूनी सी ये डगर हैं,
जवाब देंहटाएंअनजान सा नगर हैं,
चन्दा से चाँदनी का आधार माँगता हूँ।
मंजिल से प्यार का ही उपहार माँगता हूँ।।सुन्दर मनोहर भाव का गीत ,प्रीत प्यार दुलार का गीत ,प्रतीकों की डोर से बंधा अद्भुत गीत .बधाई .
हमारे वक्त की आवाज़ अन्ना ,सरकार का ताबूत बनके रहेगा अन्ना . . -जय अन्ना !जय भारत !
बहुत सुन्दर प्रेम गीत... मन प्रेम से भर गया...
जवाब देंहटाएंजाग उठे हैं खुद्दार,
जवाब देंहटाएंकाँप उठी है सरकार।
आयेगा जनलोकपाल,
बच नहीं पायेंगे मक्कार।जन जन की ये पुकार ,शाष्त्री जी की हुंकार ......जय अन्ना !जय भारत .! हमारे वक्त की आवाज़ अन्ना ,सरकार का ताबूत बनके रहेगा अन्ना . .
बुधवार, २४ अगस्त २०११
मुस्लिम समाज में भी है पाप और पुण्य की अवधारणा ./
http://veerubhai1947.blogspot.com/
बहुत सुन्दर प्रेम से लबरेज़ कविता
जवाब देंहटाएंश्रीमान जी
जवाब देंहटाएंनमस्कार ..बहुत ही सुन्दर और प्यारभरी कविता ...
बहुत बढ़िया रचना शास्त्री जी | आभार |
जवाब देंहटाएंकृपया मेरी नई रचना देखें |
सुनो ऐ सरकार !!
और इस नए ब्लॉग पे भी आयें और फोलो करें |
काव्य का संसार
prem se paripoorn bhaav....
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पंक्तियाँ।
जवाब देंहटाएंशुक्रवार --चर्चा मंच :
जवाब देंहटाएंचर्चा में खर्चा नहीं, घूमो चर्चा - मंच ||
रचना प्यारी आपकी, परखें प्यारे पञ्च ||
खूबसूरत अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंसूनी सी ये डगर हैं,
जवाब देंहटाएंअनजान सा नगर हैं,
चन्दा से चाँदनी का आधार माँगता हूँ।
बहुत प्यारी रचना है सर...
सादर बधाइयां/आभार..
... सुन्दर और प्यारभरी कविता .
जवाब देंहटाएंमैं स्नेहसिक्त पावन परिवार माँगता हूँ।
जवाब देंहटाएंमंजिल से प्यार का ही उपहार माँगता हूँ।।
Very impressive lines !
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प्रीत, प्रेम, ममता, डोर और मंजिल.. बहुत सुन्दर!!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अभिवयक्ति....
जवाब देंहटाएंaapki ye icchha jaroor puri ho, yahi dua karte hain. sunder abhivyakti.
जवाब देंहटाएंभर दे सभी की गागर
जवाब देंहटाएंऐसा हो प्रेम - सागर
मैं प्रेम के जलधि में , मंझधार मांगता हूँ.
कुछ कहने को , कुछ लिखने को प्रेरित करता मनुहारी गीत.
bahut hi sunder bhav ki prastuti............
जवाब देंहटाएंस्नेहसिक्त पावन परिवार माँगता हूँ।
जवाब देंहटाएंकाश यह सोच सब जगह विकसित हो।
बहुत सुन्दर, बहुत सुन्दर, बहुत सुन्दर गीत है..
जवाब देंहटाएंसुन्दर गीत!
जवाब देंहटाएंआपकी रचना में पवित्र प्रेम,स्नेह,प्रीति का बहुत सुन्दर वर्णन है,
जवाब देंहटाएंश्रेष्ठ रचनाओं में से एक ||
जवाब देंहटाएंबधाई ||
sunder geet aur geet ke sath sunder tasviren
जवाब देंहटाएंbahut hi pyaara geet.
जवाब देंहटाएं