आम-आम को आम लिखेंगे
नहीं खास को आम लिखेंगे
लिखने में समझौता कैसा
मक्कारों को न्योता कैसा
सिक्कों में हम नहीं बिकेंगे
नहीं सुबह को शाम लिखेंगे
नहीं खास को आम लिखेंगे
मर्म सुनायेंगे जनता का
धर्म निभायेंगे कविता का
सच लिखने से नहीं डरेंगे
घोटालों के नाम लिखेंगे
नहीं खास को आम लिखेंगे
बगुलों को नहीं हंस लिखेंगे
समझौतों के दंश लिखेंगे
जो स्वदेश को गिरवीं रखते
उनके काले काम लिखेंगे
नहीं खास को आम लिखेंगे
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रविवार, 4 नवंबर 2012
"आम को आम लिखेंगे" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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कवि का धर्म निबाहती हुयी सुंदर कविता ....
जवाब देंहटाएंयही कवि की परिभाषा है
जवाब देंहटाएंलिखने में समझौता कैसा
जवाब देंहटाएंमक्कारों को न्योता कैसा
सिक्कों में हम नहीं बिकेंगे
नहीं सुबह को शाम लिखेंगे
नहीं खास को आम लिखेंगे
यही कवि का धर्म है ………सुन्दर रचना
सटीक |
जवाब देंहटाएंसाहित्यकार ही तो समाज को दिशा दिखता है-
शुभकामनायें गुरु जी ||
कविता का धर्म तो कवि ही निभायंगे ..बहुत सुन्दर ..शास्त्री जी..आभार
जवाब देंहटाएंसच की सुबह शाम लिखेंगे।
जवाब देंहटाएंवैसे भी .... खास होते हैं "आम" कहाँ
जवाब देंहटाएंबिक जाते, मिलते हैं "दाम" जहाँ
सही कहा आपने ...नही ख़ास को आम लिखेंगे ...
सादर!
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपकी साफ़ सुथरी लेखन शैली ही आपके पाठकों को बांधे रखती है.वर्ना लोग विवादास्पद लिख कर सिर्फ एक वर्ग के होकर रह जाते हैं.
जवाब देंहटाएंमोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड
जो स्वदेश को गिरवीं रखते
जवाब देंहटाएंउनके काले काम लिखेंगे...
बहुत खूब...
जोशपूर्ण सुंदर एवं सार्थक गीत....
जवाब देंहटाएंवाह जी बढ़िया धाराप्रवाह
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता है, अच्छी ही लिखेंगे
जवाब देंहटाएंबातें बस हम तो सच्ची ही लिखेंगे।
bahut achchi lagi......
जवाब देंहटाएंबगुलों को नहीं हंस लिखेंगे
जवाब देंहटाएंसमझौतों के दंश लिखेंगे
जो स्वदेश को गिरवीं रखते
उनके काले काम लिखेंगे
नहीं खास को आम लिखेंगे,,,,
सच्चाई से परिपूर्ण सुंदर कविता,,,,
सत्य कहना ही सभी बुद्धिजीवियों का धर्म होता है विशेषत: कवि का ..
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंआपकी यह सुन्दर प्रविष्टि आज दिनांक 05-11-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1054 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
बहुत सुंदर !
जवाब देंहटाएंकलम की स्वतंत्रता बहुत बड़ी उपलब्धि है!
जवाब देंहटाएंवाह ... वाह बहुत ही बढिया।
जवाब देंहटाएंsundar rachna padhvayee, kavion ka vidrohi tevar bana hi rhna chahiye
जवाब देंहटाएं