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बुधवार, 27 अक्टूबर 2010
"मेरे प्रियतम तुम्ही मेरी आराधना!" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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KC pe chaand ke naam ki khoobsoorat prastuti!!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया है कामना..
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत गीत.
जवाब देंहटाएंसरस-सरल रचना। करवा चौथ की शुभकामनाएं। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
जवाब देंहटाएंराजभाषा हिन्दी पर - कविताओं में प्रतीक शब्दों में नए सूक्ष्म अर्थ भरता है!
मनोज पर देसिल बयना - जाके बलम विदेसी वाके सिंगार कैसी ?
करवाचौथ पर बहुत ही सुन्दर और मनभावन रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा गीत रचा आपने ....आभार .
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर लगा चित्र, ओर गीत उस से भी सुंदर, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रार्थना... गीत के रूप में ..... आभार
जवाब देंहटाएंआभा-शोभा तुम्हारी दमकती रहे,
जवाब देंहटाएंमेरे माथे पे बिन्दिया चमकती रहे,
मुझपे रखना पिया प्यार की भावना।
जिन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
....
A beautiful creation, full of love and affection.
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भावनापूर्ण कविता.......
जवाब देंहटाएंऔर सुंदर प्रस्तुति....
“दीपक बाबा की बक बक”
प्यार आजकल........ Love Today.
दिवस विशेष पर उम्दा रचना.
जवाब देंहटाएंबहुत भाव पूर्ण रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
वैवाहिक जीवन का एक मधुर पर्व।
जवाब देंहटाएंsubh vichar... sundar rachna!
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया।
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर शब्द रचना ।
जवाब देंहटाएं