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गुरुवार, 1 नवंबर 2012
"करवाचौथ के अवसर पर" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सुन्दर रचना इस मंगल त्यौहार पर |
जवाब देंहटाएंआभार ||
बहुत प्यारी रचना
जवाब देंहटाएंpatni तो हमेशा ही पति के लिए यह कामना करती है आपने ऐसी शानदार प्रस्तुति से आज महिलाओं के मन को बढाया है sampoorn nari jagat kee or से hardik dhanyawad .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिखा आपने ..
जवाब देंहटाएंकरवा चौथ की बधाई और शुभकामनाएं ..
अत्यंत सुंदर भाव भरी रचना...
जवाब देंहटाएंकरवा चौथ की भावपूर्ण सुंदर प्रस्तुति,,,,
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर शब्दों में लिखी भाव्नामई,प्रेममई अन्तेर्मन के विस्वास को बताती हुई बेमिसाल रचना .बहुत बधाई आपको .
जवाब देंहटाएंसबको शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना ..शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंसबकी कामना को अपनी कलम से भाव दे दिये..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना ..शास्त्री जी आभार..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया...शुभकामनाएँ!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंअच्छी पोस्ट
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जवाब देंहटाएंबृहस्पतिवार, 1 नवम्बर 2012
"करवाचौथ के अवसर पर" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
करवाचौथ के अवसर पर
आज एक पुरानी रचना!
कर रही हूँ प्रभू से यही प्रार्थना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
चन्द्रमा की कला की तरह तुम बढ़ो,
उन्नति की सदा सीढ़ियाँ तुम चढ़ो,
आपकी सहचरी की यही कामना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
आभा-शोभा तुम्हारी दमकती रहे,
मेरे माथे पे बिन्दिया चमकती रहे,
मुझपे रखना पिया प्यार की भावना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
तीर्थ और व्रत सभी हैं तुम्हारे लिए,
चाँद-करवा का पूजन तुम्हारे लिए,
मेरे प्रियतम तुम्ही मेरी आराधना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
मुखर दाम्पत्य प्रेम की काव्यात्मक अभिव्यक्ति .
जवाब देंहटाएंबृहस्पतिवार, 1 नवम्बर 2012
"करवाचौथ के अवसर पर" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
करवाचौथ के अवसर पर
आज एक पुरानी रचना!
कर रही हूँ प्रभू से यही प्रार्थना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
चन्द्रमा की कला की तरह तुम बढ़ो,
उन्नति की सदा सीढ़ियाँ तुम चढ़ो,
आपकी सहचरी की यही कामना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
आभा-शोभा तुम्हारी दमकती रहे,
मेरे माथे पे बिन्दिया चमकती रहे,
मुझपे रखना पिया प्यार की भावना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
तीर्थ और व्रत सभी हैं तुम्हारे लिए,
चाँद-करवा का पूजन तुम्हारे लिए,
मेरे प्रियतम तुम्ही मेरी आराधना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
मुखर दाम्पत्य प्रेम की काव्यात्मक अभिव्यक्ति .
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी आपको आपके विस्तारित परिवार को चर्चा मंच को ये शुभ दिन मुबारक ..
पावन पर्व पर अति भाव पूर्ण रचना दाम्पत्य जीवन के पारस्परिक स्नेह को उजागर करती स्नेहिल कब्यांजलि ....आपको सपरिवार मित्रों सहित हार्दिक शुभ कामनाएं !!!
जवाब देंहटाएंकरवाचौथ की शुभकामनाएँ... Mam को और आपको भी !:)
जवाब देंहटाएं~सादर !!!
बहुत बढ़िया प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंकरवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएँ !