लाल और काले रंग
वाली,
मेरी पतंग बड़ी
मतवाली।
मैं जब विद्यालय से
आता,
खाना खा झट छत पर
जाता।
पतंग उड़ाना मुझको
भाता,
बड़े चाव से पेंच
लड़ाता।
पापा-मम्मी मुझे
रोकते,
बात-बात पर मुझे
टोकते।
लेकिन मैं था नहीं
मानता,
नभ में अपनी पतंग
तानता।
वही हुआ मन में जो
डर था,
अब मैं काँप रहा
थर-थर था।
मैं था यारों ऐसा
हीरो,
सब विषयों लाया
जीरो।
अब ये मैंने सोच
लिया है,
पतंग उड़ाना छोड़
दिया है।
कभी नहीं अब हूँगा फेल,
नहीं करूँगा ज्यादा
खेल।
आसमान में उड़ने
वाली,
जो करती थी सैर
निराली।
मैंने उसे फाड़ डाला
है,
छत पर लगा दिया
ताला है।
मित्रों! मेरी बात
मान लो,
अपने मन में आज ठान
लो।
पुस्तक लेकर ज्ञान
बढ़ाओ।
कभी-कभी ही पतंग
उड़ाओ।।
|
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रविवार, 5 मई 2013
‘‘मेरी पतंग बड़ी मतवाली’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
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शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंबहुत ही शिक्षाप्रद कविता है । यह सही है कि पतंग छोड़कर पढ़ाय़ी करना अधिक श्रेयस्कर है, परन्तु आज पतंग तो बीते जमाने की बात हो गयी है । वीडियो गेम बच्चों का समय और बुद्धि दोनों बर्बाद कर रहा है । आप उसपर भी प्रकाश डालिये ।
वाह बड़ी लुभावनी कविता है ये तो..
जवाब देंहटाएंसुन्दर कविता और बच्चों की मनभावन वस्तु
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुंदर रचना ..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना ..
जवाब देंहटाएंशिक्षाप्रद कविता गुरु जी प्रणाम
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (06-05-2013) के एक ही गुज़ारिश :चर्चा मंच 1236 पर अपनी प्रतिक्रिया के लिए पधारें ,आपका स्वागत है
सूचनार्थ
बच्चों की सुन्दर कविता....
जवाब देंहटाएंबहुत ही शिक्षाप्रद बाल कविता है.आपका आभार.
जवाब देंहटाएंशिक्षा प्रद बाल गीत बाल भाव को कुरेदता उभारता .लयात्मक गेय ,और ज्ञेय .
जवाब देंहटाएंbal-man ki sunder abhivyakti....
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंश्रेष्ठ, उत्कृष्ट, अलबेली, अति उत्तम कविता
जवाब देंहटाएंहिन्दी तकनीकी क्षेत्र की रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियॉ प्राप्त करने के लिये इसे एक बार अवश्य देखें,
लेख पसंद आने पर टिप्प्णी द्वारा अपनी बहुमूल्य राय से अवगत करायें, अनुसरण कर सहयोग भी प्रदान करें
MY BIG GUIDE
बढिया, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर शिक्षाप्रद बाल कविता !
जवाब देंहटाएंlatest post'वनफूल'
खुले में ही उडाना चाहिये पतंग. सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत ही अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंगर्मी भीषण है बहुत, फिर भी उड़े पतंग |
जवाब देंहटाएंसब सम्भव है अगर हो, 'शैशव' याद के संग ||
रंग बिरंगी पतंग..
जवाब देंहटाएंबहुत ही मनभावन बाल-रचना..
जवाब देंहटाएं:-)