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Bahut shaktishaalee aakarshan Tazmahal kaa hai.
जवाब देंहटाएंIsse naa koee bach paayaa,
Avsar milte hee iske darshan ko aayaa.
(Mobile se)
शास्त्री जी!
जवाब देंहटाएंआपने ताजमहल की हकीकत बयां की है। मुबारकवाद।
अरे शास्त्री जी! आपने तो ताजमहल का क्रेज ही खतम कर दिया।
जवाब देंहटाएंजय हो!
ताज को आपने खूब धोया है। बधाई।
जवाब देंहटाएंअमर प्रेम की मिसाल ताज को आपने अनोखे अन्दाज में पेश किया।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया।
ताज पर आपकी अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंअच्छी लगी।
शास्त्री जी! आपकी पोस्ट पढ़ने में बोरियत नही होती है। आप अच्छा लिख रहे हैं।
जवाब देंहटाएंबधाई।
गद्य और पद्य दोनो पर ही आपकी लेखनी कमाल की है। बधाई।
जवाब देंहटाएंताजमहल पर कविता अच्छी है।
जवाब देंहटाएंबधाई।
AADARNEEY MAYANK JI!
जवाब देंहटाएंAAJ TAJ KI ASLIYAT SMJH MEN AA GAYEE HAI.
अच्छी कविता !!
जवाब देंहटाएंताजमहल की बात कहती सुन्दर कविता ..बहुत पसंद आई शुक्रिया
जवाब देंहटाएंshastri ji
जवाब देंहटाएंaapne to tajmahal ka dard bayan kar diya.duniya to khoobsoorti hi dekhti hai aur aapne uska dard dekha.
bahut khoob