नया पैगाम लाया है।। ख़ुदा ने नेमतें बख्शी, हुई मन्नत सभी पूरी, सिंवय्यों का मधुर तोहफा, खुशी से आज खाया है। कभी होली, कभी क्रिसमस, मनाओ ईद-दीवाली, खुदा ने एकता के वास्ते, ये दिन दिखाया है। हमेशा नेक बन्दों से, विधाता प्यार करता है, दिलों में इसलिए उसने, मुहब्बत को बनाया है। मिला उसको यहीं जन्नत, वहाँ क्या भरोसा है? मदद के वास्ते जिसने, यहाँ पर धन कमाया है। मुबारक ईद पर सबको, मुबारकवाद देता हूँ, गरीबों ने-अमीरों ने, खुशी का राग गाया है। ईद का चाँद आया है। नया पैगाम लाया है।। |
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रविवार, 19 अगस्त 2012
"ईद मुबारक़" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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हमेशा नेक बन्दों से,
जवाब देंहटाएंविधाता प्यार करता है,
दिलों में इसलिए उसने,
मुहब्बत को बनाया है।
वाह बहुत ही सुन्दर लयबद्ध रचना दिल को छू गयी
देखो ईद का चाँद दोस्तों...कितनी मुबारक़ सौगातें लाया है...
जवाब देंहटाएंईद मुबारक़ !!!:-)
~सादर !
बहुत सुन्दर..ईद मुबारक़ !!
जवाब देंहटाएंमधुमेह से होते ग्रसित, कि नेह का मीठा कमा है |
जवाब देंहटाएंदूध में कर दी मिलावट, दाम से होता दमा है |
जोश पहले सा नहीं है, बर्फ रिश्तों पर जमा है |
बात है क्या बंधुवर जो, आज बुझती सी शमां है |
एक महिने की तपस्या, रमजान में रहता रमा है |
आपसी रिश्ते मुहब्बत, देश क्यूँ दिखता थमा है ??
ईद मुबारक बंधुवर, होवे दुआ क़ुबूल ।
हटाएंप्यारे हिन्दुस्तान में, बैठे उडती धूल ।
बैठे उडती धूल, आंधियां अब थम जावें ।
द्वेष ईर्ष्या भूल, लोग न भगें-भगावें ।
झंझट होवे ख़त्म, ख़तम हों टंटा -कारक ।
दुनिया के सब जीव, सभी को ईद मुबारक ।
ईद मुबारक सभी को,ये पावन त्यौहार
जवाब देंहटाएंगले मिलते सभी से,सीखे यह व्योहार,,,,,
RECENT POST ...: जिला अनुपपुर अपना,,,
सबको बधाई हो..
जवाब देंहटाएंईद मुबारक़!!
जवाब देंहटाएंहमेशा नेक बन्दों से,
जवाब देंहटाएंविधाता प्यार करता है,
दिलों में इसलिए उसने,
मुहब्बत को बनाया है।
ईद मुबारक !माशुका की दीद मुबारक ,
ईद की शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता लिखी है ईद पर्व पर इस शुभ दिवस पर सभी के लिए शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंईद की शुभकामनायें ..
जवाब देंहटाएंमिला उसको यहीं जन्नत,
जवाब देंहटाएंवहाँ क्या भरोसा है?
मदद के वास्ते जिसने,
यहाँ पर धन कमाया है।
ईद की बहुत बहुत मुबारकबाद...बेहतरीन रचना...
बहुत सुन्दर..
जवाब देंहटाएंईद की सबको मुबारकबाद!
बहुत सुंदर !
जवाब देंहटाएंकभी होली, कभी क्रिसमस,
मनाओ ईद-दीवाली,
खुदा ने एकता के वास्ते,
ये दिन दिखाया है।
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंवाह! बेहद खुबसूरत ग़ज़ल है शास्त्री जी...
जवाब देंहटाएंईद की ढेरों मुबारकबाद क़ुबूल फरमाइए!