जरा सी बात में ही युद्ध होते हैं बहुत भारी। जरा सी बात में ही क्रुद्ध होते हैं धनुर्धारी।। जरा सी बात ही माहौल में विष घोल देती है। जरा सी जीभ ही कड़ुए वचन को बोल देती है।। मगर हमको नही इसका कभी आभास होता है। अभी जो घट रहा कल को वही इतिहास होता है।। |
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गुरुवार, 2 जुलाई 2009
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aapki rachna achchhi lagi yatharth ka sundr warnan
जवाब देंहटाएंज़रा सी बात दिल मे प्यार जगा देती है,
जवाब देंहटाएंअत्यन्त सुंदर और भाव पूर्ण रचना
बधाई,
ज़रा सी रिश्तों आग लगा देती है,
ज़रा सी बात से पराया अपना हो जाता है,
ज़रा सी बात पर अपनो का प्यार भी सपना हो जाता है,
ज़रा सी बात ही इंसान को भगवान बना देती है,
और ज़रा सी बात बिगड़ जाए तो इंसान को हैवान बना देती है.
वाह श्रीमान जी.
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया जी.
जवाब देंहटाएंरामराम.
अति सुन्दर और भावपूरण रचना आपकी ये जरा सी अभिव्यक्ति रोज़ एक सुन्दर कविता बना देती है बधाई
जवाब देंहटाएंvah aaderneey sahshtri ji..
जवाब देंहटाएंman gaye.... jara se shbdon main aapne kitnee gahri baat kah di...
badhai.....
बहुत सही लिखा आप ने
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जरा सी बात में ही युद्ध होते हैं बहुत भारी।
जवाब देंहटाएंजरा सी बात में ही क्रुद्ध होते हैं धनुर्धारी।।
jara see baat par rachna achchhi lagi
जरा सी बात को भी आपने बहुत खूबसूरती से बयां किया है।
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
ज़रा सी बात को आपने जरासे में बखूबी समझा दिया ...!
जवाब देंहटाएंकम शब्दों आप रोज़ अच्छी बात कह जाते है . हरिशंकर राढी
जवाब देंहटाएंzara si baat........bahut badhiya.....hoti zara si hai magar pahad bana di jati hai......wakai aapne satya kah diya.
जवाब देंहटाएंसही कहा..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा..
अभी जो घट रहा कल को वही इतिहास होता है।।
जवाब देंहटाएंसच्चाई है.
बहुत अच्छी रचना
सुंदर सुभाषित जैसी रचना...
जवाब देंहटाएंjabaan sabse badaa astra hai ,isiliyen kaha gaya:aisi baani boliye man ka aapa khoy ,auron ko ,sheetal kare aapahu sheetal hoe. jara si baat pe hi barson ke yaaraane chale jaaten hain ...veerubhai1947.blogspot.com
जवाब देंहटाएंaayeeye dekhiye court k faisle par ek cartoon....
जवाब देंहटाएंis samaz ka kya hoga.....
shashtree ji....
apne moolywan vicharo se mujhe avgat karayen.....