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bahut sachchii kavitaa hai
जवाब देंहटाएंमंयक जी बहुत अछ्ही रचना हैापके मातापिता और आपकी कलम को नमन्
जवाब देंहटाएंमंयक जी बहुत अछ्ही रचना हैापके मातापिता और आपकी कलम को नमन्
जवाब देंहटाएंमंयक जी बहुत अछ्ही रचना हैापके मातापिता और आपकी कलम को नमन्
जवाब देंहटाएंसही कहा है जो माता पिता की सेवा कर पाता है वही भाग्यशाली है. तुलसी बाबा ने कहा भी है " सुनु जननी सोइ सुतु बड़भागी, जो पितु मातु बचन अनुरागी"
जवाब देंहटाएंBAS UNKI KIRPA U HI BANI RAHE.
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही लिखा आप ने माता पिता के चरणॊ मै ही सचा सुख है, स्वर्ग है.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
aapne jara see rachna main bahut kuch kah diya....
जवाब देंहटाएंmata- pita hamare sarv pratham devi devta hain jo hamare jeevan ke adhar hain ve hamare sarahneey hain prasansneey hain evam poojneey hain. mata-pita ke liye sare visheshan kam pad jate hain .bahut bahut badhai.
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar bhav liye hain mata pita ke prati.aise hi lihte rahiye.
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