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nice
जवाब देंहटाएंकरोगे इश्क सच्चा तो, दुआएँ आने वाली हैं।
जवाब देंहटाएंक्या बात है!!!!
सुधा रसधार बरसाने, घटाएँ आने वाली हैं।
जवाब देंहटाएंदिल-ए-बीमार को, देने दवाएँ आने वाली हैं।।
वाह वाह!! बहुत सुन्दर गीत!
बहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंचहकने लग गई कोयल,
जवाब देंहटाएंसुहाने हो गये हैं पल,
नवेली कोपलों में, अब अदाएँ आने वाली हैं।
दिल-ए-बीमार को, देने दवाएँ आने वाली हैं।।
बहुत सुंदर पंक्तियों के साथ .............. सुंदर रचना....
bahut he badhiya shastri ji..
जवाब देंहटाएंbas thandi hawa ke jhonke aa gaye hain....
वाह बहुत ही सुंदर और मनमोहक गीत.
जवाब देंहटाएंरामराम.
करोगे इश्क सच्चा तो, दुआएँ आने वाली हैं।
जवाब देंहटाएंदिल-ए-बीमार को, देने दवाएँ आने वाली हैं।।
waah ........kitni khoobsoorat baat kahi hai........dil ko choo gayi.
करोगे इश्क सच्चा तो, दुआएँ आने वाली हैं।
जवाब देंहटाएंदिल-ए-बीमार को, देने दवाएँ आने वाली हैं।।
बहुत खूब बडिया रचना है बधाई
जवानी गीत है अनुपम,
जवाब देंहटाएंभरे इसमें हजारों खम,
सुधा रसधार बरसाने, घटाएँ आने वाली हैं।
दिल-ए-बीमार को, देने दवाएँ आने वाली हैं।।
bahut khoob..har sher lajawab.aur acchha flow.
ki hum jo padh rahe hai,rooh mein bas jane wali hai.. :))))))))))
जवाब देंहटाएंवाह सर, कमाल है. इतने सुन्दर गीत, इतनी बढिया रचना.
जवाब देंहटाएं"चटककर खिल गईं कलियाँ,
जवाब देंहटाएंमहक से भर गईं गलियाँ!"
वाह जी वाह! बहुत सुंदर!
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कह रहीं बालियाँ गेहूँ की - "वसंत फिर आता है - मेरे लिए,
नवसुर में कोयल गाता है - मीठा-मीठा-मीठा! "
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संपादक : सरस पायस
वाह!! बहुत सुन्दर गीत!
जवाब देंहटाएं२ दिनो से बहार थी ..आज हि पडी यह पोस्ट!!
आभार