जब गर्मी का मौसम आता,
सूरज तन-मन को झुलसाता।
तन से टप-टप बहे पसीना,
जीना दूभर होता जाता।
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ऐसे मौसम में पेड़ों पर,
फल छा जाते हैं रंग-रंगीले।
उमस मिटाते हैं तन-मन की,
खाने में हैं बहुत रसीले।
ककड़ी-खीरा और खरबूजा,
प्यास बुझाता है तरबूजा।
जामुन पाचन करने वाली,
लीची मीठे रस का कूजा।
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आड़ू और खुमानी भी तो,
सबके ही मन को भाते हैं।
आलूचा और काफल भी तो,
हमें बहुत ही ललचाते हैं।
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कुसुम दहकते हैं बुराँश पर,
लगता मोहक यह नज़ारा।
इन फूलों के रस का शर्बत,
शीतल करता बदन हमारा।
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आँगन और बगीचों में कुछ,
फल वाले बिरुए उपजाओ।
सुख से रहना अगर चाहते,
पेड़ लगाओ-धरा बचाओ।
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जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर...मौसमी फलो का सुन्दर चित्रण....उपदेश देती कविता....
जवाब देंहटाएंआपकी ये रचना मैंने शेयर की हुई है
जवाब देंहटाएंआप जब भी विश्राम करने की इच्छा हो
पधार कर इस चिलचिलाती गर्मी में सुकून प्राप्त कर सकते हैं....
कल्पनातीत ,
अपूर्व-सुंदर रचना
सादर
पुनः संपादित प्रतिक्रिया
गर्मी का सब ताप हरें ये,
जवाब देंहटाएंसबको शीतल आप करें ये।
सार्थक संदेश देती सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर,सार्थक संदेश देती सुन्दर प्रस्तुति,आभार.
जवाब देंहटाएंगर्मी दूर ...सेहत भरपूर !
जवाब देंहटाएंक्या बात है,
जवाब देंहटाएंमौसमी फलों को शानदार शेक तैयार किया आपने
बहुत सुंदर
इन मौसमी फलों को देख कर मुहँ में पानी आ गया ....वाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंकविता बहुत सुन्दर और रसीली है...
जवाब देंहटाएंkavita sundar swad ,rang rup se saji hai,bahut khoob
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर, भावपूर्ण और सशक्त लेखनी | शानदार अभिव्यक्ति | सादर आभार |
जवाब देंहटाएंआप भी कभी यहाँ पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
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पेड़-पौधे हैं तो जीवन है.
जवाब देंहटाएंगुरु जी को प्रणाम
जवाब देंहटाएंरसीली और सार्थक सन्देश देती रचना
वाह बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंमुझे भी आड़ू खूब पसंद हैं ...बहुत बढ़िया ...
जवाब देंहटाएंककड़ी-खीरा और खरबूजा,
जवाब देंहटाएंप्यास बुझाता है तरबूजा।
जामुन पाचन करने वाली,
लीची मीठे रस का कूजा। ..
वाह गर्मी के मौसम में भी मौसम की फुहार ला दी आपने तो शास्त्री जी ...
लाजवाब और मधुर गीत है ... नमस्कार जी ...
बेहतरीन रचना ..लाजबाब फोटो .. सादर बधाई के साथ
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना और सुन्दर सन्देश
जवाब देंहटाएंपेड़ लगाओ धरा बचाओ
बहुर सुन्दर रचना और सन्देश
जवाब देंहटाएंपेड़ लगाओ धरा बचाओ