रोटी का अस्तित्व है, जीवन में अनमोल। दुनिया में सबसे अहम, रोटी का भूगोल।। -- जीवन जीने के लिए, रोटी है आधार। अगर न होती रोटियाँ, मिट जाता संसार।। -- हो रोटी जब पेट में, भाते तब उपदेश। रोजी-रोटी के लिए, जाते लोग विदेश।। -- फूली रोटी देखकर, मन होता अनुरक्त। हँसी-खुशी से काट लो, जैसा भी हो वक्त।। -- फूली-फूली रोटियाँ, मन को करें विभोर। इनको खाने देश में, आये रोटीखोर।। -- नगर-गाँव में बढ़ रहे, अब तो खूब दलाल। रोटीखोरों ने किया, वतन आज कंगाल।। --़ कुनबे और पड़ोस में, अच्छे रखो रसूख। तब रोटी अच्छी लगे, जब लगती है भूख।। -- |
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बुधवार, 14 दिसंबर 2022
दोहे "अगर न होती रोटियाँ, मिट जाता संसार" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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