धीर-वीर, रक्षक प्रबल, बलशाली-हनुमान। जिनके हृदय-अलिन्द में, रचे-बसे श्रीराम।। -- महासिन्धु को लाँघकर, नष्ट किये वन-बाग। असुरों को आहत किया, लंका मे दी आग।। -- कभी न टाला राम का, जिसने था आदेश। सीता माता को दिया, रघुवर का सन्देश।। -- लछमन को शक्ति लगी, शोकाकुल थे राम। पवन वेग की चाल से, पहुँचे पर्वत धाम।। -- संजीवन के शैल को, उठा लिया तत्काल। बूटी खा जीवित हुए, दशरथ जी के लाल।। -- बिगड़े काम बनाइए, बनकर कृपा निधान। कोटि-कोटि वन्दन तुम्हे, पवनपुत्र हनुमान।। -- हनुमान जयन्ती की सभी भक्तों को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। |
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सोमवार, 18 अप्रैल 2011
"हनुमान जयन्ती की शुभकामनाएँ।" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री ' मयंक')
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जय हनुमान!
जवाब देंहटाएंहनुमान जयंतीकी शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबिगड़े काम बनाइए, बनकर कृपा निधान।
जवाब देंहटाएंकोटि-कोटि वन्दन तुम्हे, पवनपुत्र हनुमान।।
शुभकामनायें।
हनुमान जयंती की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें ...बहुत सुन्दर पोस्ट है
जवाब देंहटाएंहनुमान जयंती की बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंहनुमान जयंती की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबिगड़े काम बनाइए, बनकर कृपा निधान।कोटि-कोटि वन्दन तुम्हे, पवनपुत्र हनुमान।।
जवाब देंहटाएंबस इतनी सी .....
हनुमान जयंती की बधाई.
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर -
मीडिया की दशा और दिशा पर आंसू बहाएं
भले को भला कहना भी पाप
आपको भी शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंहनुमान जयन्ती की शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंहनुमान जयन्ती की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंभक्ति रस से सरोबार पोस्ट.
जवाब देंहटाएंसंजीवन के शैल को, उठा लिया तत्काल।
जवाब देंहटाएंबूटी खा जीवित हुए, दशरथ जी के लाल।।
बिगड़े काम बनाइए, बनकर कृपा निधान।
कोटि-कोटि वन्दन तुम्हे, पवनपुत्र हनुमान।।
इस शब्द रचना के लिये आभार एवं हनुमान जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं ।
हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंजय हो,जय हो शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंवीर बजरंगी के ऊपर लिखी आपकी इस शानदार प्रस्तुति की.
आपको भी हनुमान जयंती के शुभावसर पर ढेर सी हार्दिक शुभकामनाएँ'
हनुमान जयन्ति के इस शुभ पर्व पर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंhnuman jynti ki shubhkaamnaen
जवाब देंहटाएंsunder dohe
kundliya
सभी को हनुमान जयंती की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंजय हनुमान... आपको भी शास्त्री जी..
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 19 - 04 - 2011
जवाब देंहटाएंको ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
http://charchamanch.blogspot.com/
जय हनुमान जय शास्त्री जी बहुत सुंदर वर्णन हनुमान जी का स्मरण बहुत अभिभूत करने वाला है आप शतायु हों बधाई |
जवाब देंहटाएंहनुमान जयंती की शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंपरम आदरणीय शास्त्री जी ...आपको और बाकी सभी मित्रों को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंshubhkamanaye sir.........
जवाब देंहटाएंJAY BAJRANG BALI !
जवाब देंहटाएंSUNDAR-PAVITR DOHE.
हनुमान जयंति पर यह सुंदर रचना बहुत पसंद आई । इसी दिन मेरे स्व. पिता जी का जन्मदिन भी होता था ।
जवाब देंहटाएंबिगड़े काम बनाइए, बनकर कृपा निधान।
कोटि-कोटि वन्दन तुम्हे, पवनपुत्र हनुमान।।
श्री अन्जनेय प्रभु को शत शत प्रणाम ...!!
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