नई कुंजियों को पा करके, पहले जैसा मस्त हो गया। संजीवनी चबा कर फिर से, बलशाली हनुमन्त हो गया। एकाकीपन की घड़ियों का, मित्र तुम्हीं से सींच रहा हूँ। तुमको वापिस पा जाने से, पतझड़ आज बसन्त हो गया। एकाकीपन की घड़ियों का, |
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शनिवार, 9 अप्रैल 2011
"लैपटॉप जीवन्त हो गया" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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लैपटॉप के जीवंत होने की बहुत बहुत बधाई ...सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई हो आपको। बहुत काम आता है लैपटॉप।
जवाब देंहटाएंदिल्ली जाकर तो सबकी कुंजी खराब होते ही देखी है। जीवंतों को भी मुर्दानगी का जामा पहना देती है दिल्ली। सुखद अहसास है कि आपका जीवंत यंत्र दिल्ली जाकर सही हो आया। यंत्र था सो सही हो गया, अब इसकी जीवंतता आपने बना दी। अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंचलिये, अब तो यह दीर्घायु हो...
जवाब देंहटाएंलैपटॉप जिंदा हो गया , शब्द जी उठे , सन्नाटा भर उठा ... कुछ रिश्ते मिल गए .... फिर से ज़िन्दगी सरस हो गई
जवाब देंहटाएंलैपटॉप के जीवंत होने की बहुत बहुत बधाई ...सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंआपका 'लेप','टाप' पर रहे यही हमारी मनोकामना है -- नए जनम की शुभकामनाए ! बहुत सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंबहुत खूब - बधाई - सादर
जवाब देंहटाएंकलियुग की जीवन धारा में,
जवाब देंहटाएंयह ज्ञानी और सन्त हो गया।
एकाकीपन की घड़ियों का,
अब लगता है अन्त हो गया।।
लेपटाप पर भी गीत आपकी यही तो प्रतिभा है:
गीत बहुत ही दमदार है बधाई
बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति ......शुभकामनाए
जवाब देंहटाएंlaptop theek ho gaya janker,padhker dil bhi khush ho gaya...hahaha...really padhkar muskurahat aa gai.bahut rochak rachna.
जवाब देंहटाएंwah...bahut khushi ki baat hai,badhayee ho.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत मुबारक हो गुरु जी!
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत रचना... वाकई में कभी ये निर्जीव चीजों से भी तो कितना लगाव हो जाता है... आपको बधाई... :))
जवाब देंहटाएंBahut Sundar Rachna. Dil ko choo gayi...
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