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एक मंच पर बैठकर, करें विचार-विमर्श।
जवाब देंहटाएंअपने प्यारे देश का, हो प्रतिपल उत्कर्ष।।
मर्यादा के साथ में, खूब मनाएँ हर्ष।
बालक-वृद्ध-जवान को, मंगलमय हो वर्ष।।
sunder bhavna desh prem ki sir,
waah , kaash aapki baat hakikat me badal jaye, mai us din ka intejaar karunga...........
shubkamnaye
एक मंच पर बैठकर, करें विचार-विमर्श।
जवाब देंहटाएंअपने प्यारे देश का, हो प्रतिपल उत्कर्ष।।
बहुत सार्थक सोच..नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें!
बहुत सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें।
अपना नववर्ष मंगलमय हो।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें।
मर्यादा के साथ में खूब मनाएं हर्ष ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर ...
नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें !
बहुत सुन्दर कामना ...नव वर्ष की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 05 - 04 - 2011
को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
http://charchamanch.blogspot.com/
नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंआपको भी नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंसुंदर संदेश देती सुंदर रचना ... नव वर्ष मंगलमय हो ....
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंआपको भी नव संवत्सर की बहुत बहुत मंगलकामनाएं.....
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई... हम कितने महान हैं कि सत्तावन वर्ष पुराना कैलेण्डर स्वीकारा...
जवाब देंहटाएंनव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति .... आपको भी नव संवत्सर की बहुत बहुत मंगलकामनाएं.....।
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी आप को परिवार और मित्र मंडली सह नाव सम्वत की ढेरों शुभ कामनाएँ
जवाब देंहटाएंअत्यंत सुन्दर दोहे सर...
जवाब देंहटाएंआपको सपरिवार नवसंवत एवं चैत्र नवरात्र की सादर बधाईयाँ...