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बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआदरणीय / आदरणीया आपके द्वारा 'सृजित' रचना ''लोकतंत्र'' संवाद ब्लॉग पर 'शनिवार' ३० दिसंबर २०१७ को लिंक की गई है। आप सादर आमंत्रित हैं। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंदम घुटता है आज महल की ठंडी -ठंडी छांव में
जवाब देंहटाएंजिंदगी के सफ़र में पढ़ावों से गुज़रता एक व्यवहारिक गीत।
जवाब देंहटाएंबधाई एवं शुभकामनाएं।
जिंदगी के सफ़र में पढ़ावों से गुज़रता एक व्यवहारिक गीत।
जवाब देंहटाएंबधाई एवं शुभकामनाएं।
वाह! बहुत सुंदर!!!
जवाब देंहटाएंआदरणीय आपकी रचनाएँ सदा की तरह विशेषता लिये अपनी छाप छोड़ती हैं
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