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rchnaatmak janakari ke liyen bdhaai ..akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी कविता........श्रीमती इंदिरा गाँधी को उनके 97वे जन्म-दिवस पर हमारा भी शत-शत नमन !
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंbahut achchi kavita likhi hai shreemati indira gandhi ji ko vinamra shradhanjli.
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट की खबर हमने ली है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - रोज़ ना भी सही पर आप पढ़ते रहेंगे - ब्लॉग बुलेटिन
जवाब देंहटाएंइंदिराजी के जन्म दिवस पर आपके प्रेरक उद्गार स्तुत्य हैं।
जवाब देंहटाएंइंदिरा जी के ९७ वें जन्मदिवस पर शत-शत नमन उन्हें, आपकी कविता बहुत ही अच्छी लगी
जवाब देंहटाएंशत-शत नमन.ओजपूर्ण कविता में सार्थक आव्हान.
जवाब देंहटाएंइंदिरा जी के प्रति आपके सुंदर प्रेरक उदगार,
जवाब देंहटाएंशत शत नमन अति उत्तम पोस्ट,....
मेरे पोस्ट पर भी पधारे,..स्वागत है ..
इंदिरा जी को शत-शत नमन।
जवाब देंहटाएंकालजयी कविता है सुभद्रा कुमारी चौहान की।
जवाब देंहटाएंनमन...
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
चर्चा मंच-704:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
श्रद्धांजलि और सुभद्रा जी की कविता दोनों बहुत अच्छी है.
जवाब देंहटाएंबुंदेलों हरबोलों के मुह हमने सुनी कहानी थी...
जवाब देंहटाएंवाह वाह आदरणीय शास्त्री सर जी इस गीत को पढ़कर आनंद आ गया.... सुभद्रा जी को नमन...
सादर...
दोनों वीरंगानायों को शत शत नमन
जवाब देंहटाएंdono hi kavita bahut hi acchi hai....dono virangniyo ko hamara naman...
जवाब देंहटाएंSHASTRI JI PANCHTANTAR PAR KISI KE DUARA KAVITAYE LIKHI GAYI THEE KABHI AAPKE DHAYAN MEIN AAYI HO TO KIRPYA NAAM AUR LINK PRESHIT KARNE KI PIRPA KARNA
जवाब देंहटाएं