आओ तिरंगा फहरायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। गांधी बाबा ने सिखलाई, हमें पहननी खादी है, बलिदानों के बदले में, पाई हमने आजादी है, मोह छोड़कर परदेशों का, उन्नत अपना देश बनायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। नया साल-छब्बीस जनवरी, खुशियाँ लेकर आता है, बासन्ती परिधान पहन कर, टेसू फूल खिलाता है, सरसों के बिरुए खेतों में, झूम-झूमकर लहरायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। पेड़ों की शाखाएँ सारी, नयी-नयी कोपल पायेंगी, अपने आँगन के अम्बुआ की, डाली-डाली बौरायेंगी, मुस्कानों से सुमन सलोने, धरा-गगन को महकायें। देशभक्ति के गीत प्रेम से, आओ मिल-जुलकर गायें।। |
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गुरुवार, 26 जनवरी 2023
गीत "छब्बीस जनवरी खुशियाँ लेकर आता है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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