सादा जीवन अपनाया। भारत भाग्य विधाता बनकर, पथ समाज को दिखलाया।। -- छोड़ सभी आराम-ऐश को, संघं शरणम् में आया। मोह छोड़कर घर-गृहस्थ का, पथरीला पथ अपनाया। भारत भाग्य विधाता बनकर, पथ समाज को दिखलाया।। -- केशर की क्यारी को जिसने है, संविधान में बाँध दिया। आजादी के परवानों का, भारत में सम्मान किया। उग्रवाद-आतंकवाद से, कभी नहीं जो घबराया। भारत भाग्य विधाता बनकर, पथ समाज को दिखलाया।। -- दागे नहीं खयाली गोले, कूटनीति से काम लिया। सत्य-अहिंसा के बल पर, अपने भारत को एक किया। भटके हुए युवा बिरुओं को, देशभक्ति को सिखलाया। भारत भाग्य विधाता बनकर, पथ समाज को दिखलाया।। -- दीन-दुखी को अपनेपन से, हँसकर गले लगाता जो। खरपतवार हटा धरती की, भारत स्वच्छ बनाता जो। अवतारी पटेल का बनकर, जो भारत में है आया। भारत भाग्य विधाता बनकर, पथ समाज को दिखलाया।। -- शासक है स्वदेश का ऐसा, नरेन्द्र मोदी गुजराती। नई सोच को रखता लेकिन, जीवन जीता देहाती। अग्रदूत बनकर विकास का, थमे चक्र को चलवाया। भारत भाग्य विधाता बनकर, पथ समाज को दिखलाया।। -- |
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शनिवार, 17 सितंबर 2022
"दामोदर नरेन्द्र भाई मोदी" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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मोदी जी के जीवन और कृत्यों पर प्रकाश डालती सुंदर रचना, बधाई!
जवाब देंहटाएंसादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (18-9-22} को विश्वकर्मा भगवान का वंदन" (चर्चा अंक 4555) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
मोदी जी के जन्म दिवस पर उनके जीवन के महत्वपूर्ण
जवाब देंहटाएंकार्यों पर प्रकाश डालती सुंदर रचना।
आदरणीय मोदी जी के जीवन पर प्रकाश डालती सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना
जवाब देंहटाएंमोदी जी क़े जीवन और राष्ट्र दर्शन पर प्रकाश डालती सुंदर रचना!--ब्रजेन्द्र नाथ
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