पड़ने वाले नये साल के हैं कदम! स्वागतम्! स्वागतम्!! स्वागतम्!!! -- कोई खुशहाल है. कोई बेहाल है, अब तो मेहमान कुछ दिन का ये साल है, ले के आयेगा नव-वर्ष चैनो-अमन! स्वागतम्! स्वागतम्!! स्वागतम्!!! -- रौशनी देगा तब अंशुमाली धवल, ज़र्द चेहरों पे छायेगी लाली नवल, मुस्करायेंगे गुलशन में सारे सुमन! स्वागतम्! स्वागतम्!! स्वागतम्!!! -- धन से मुट्ठी रहेंगी न खाली कभी, अब न फीकी रहेंगी दिवाली कभी. मस्तियाँ साथ लायेगा चंचल पवन! स्वागतम्! स्वागतम्!! स्वागतम्!!! -- |
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शनिवार, 26 दिसंबर 2020
गीत "पड़ने वाले नये साल के हैं कदम" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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नववर्ष का स्वागत हो ही जाता है, यही प्रार्थना करते हैं बीते वर्ष जैसी आफत न आये फिर कभी
जवाब देंहटाएंप्रकृति के रँग और प्रकोप दोनों लेने ही होते हैं ... नव वर्ष में आशा का सन्देश जरूरी है ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर गीत ...
नव वर्ष सभी के लिए शुभ हो
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंजय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
27/12/2020 रविवार को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में. .....
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
आदरणीय शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंनमन 🙏
कोई खुशहाल है. कोई बेहाल है,
अब तो मेहमान कुछ दिन का ये साल है,
ले के आयेगा नव-वर्ष चैनो-अमन!
स्वागतम्! स्वागतम्!! स्वागतम्!!!
सुंदर पंक्तियां ....
नववर्ष की नई उम्मीदों से हुए चर्चा के इस आगाज़ ने मन को वाकई चैनो- सुकून दिया है। उम्मीद है वर्ष 2021 चैनो- अमन से परिपूर्ण होगा।
हार्दिक शुभकामनाओं सहित,
सादर
डॉ. वर्षा सिंह
वाह
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