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सार्थक प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंआप बहुत सौभाग्यशाली हैं ! माता जी को हमारा प्रणाम ! सुंदर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंगुरु जी यह क्या ???
जवाब देंहटाएंकिसकी छलनी में नजर आने लगे
हाहाहा
आपकी यह रचना आज बुधवार (23-10-2013) को ब्लॉग प्रसारण : 154 पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
जवाब देंहटाएंएक नजर मेरे अंगना में ...
''गुज़ारिश''
सादर
सरिता भाटिया
जवाब देंहटाएंजन्म-ज़िन्दग़ी भर रहे, सबका अटल सुहाग।
बेटों-बहुओं में रहे, प्रीत और अनुराग।४।
अति सुन्दर सार्थक सन्देश। सौभाग्य माँ बाप के साथ रहने का। उनका आशीष लेते रहने का।
सरिता जी।
जवाब देंहटाएंछलनी भी अपनी है और छलनीवाली भी।
करवा पूजन की कथा, माता रहीं सुनाय।
जवाब देंहटाएंवंशबेल को देखकर, फूली नहीं समाय------
सुंदर और सार्थक दोहे
उत्कृष्ट प्रस्तुति
सादर
आग्रह है---
करवा चौथ का चाँद ------
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक दोहे ...
जवाब देंहटाएंजन्म-ज़िन्दग़ी भर रहे, सबका अटल सुहाग।
बेटों-बहुओं में रहे, प्रीत और अनुराग।........बहुत सुन्दर !!
सादर
सबको शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएं