निन्यानबे के फेर में आया हूँ कई बार।
रहमत औ’ करम ने तेरी मुझको लिया उबार।।
ऐसे भी हैं कई बशर, अटक गये हैं जो,
श्रम करके मैंने अपना मुकद्दर लिया सँवार।
कल तक थी जो कमी, वो पूरी हो गई है आज,
शबनम में आ गया है, मोतियों सा अब निखार।
चलता ही रहा जो, वो पा गया है मंजिलें,
पतझड़ के बाद आ गई, चमन में फिर बहार।
नदियाँ मुकाम पा के, समन्दर सी हो गई,
थी बेकरार जो कभी, उनको मिला करार।
महताब को दिया प्रकाश आफताब ने,
बहने लगी है रात में, शीतल-सुखद बयार।
चेहरा चमक उठा, दमक उठा है “रूप” भी,
जुड़ करके एक-एक, गिनतियाँ हुईं हजार। |
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गुरुवार, 23 जून 2011
"जुड़ करके एक-एक, गिनतियाँ हुईं हजार" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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कल तक थी जो कमी, वो पूरी हो गई है आज,
जवाब देंहटाएंशबनम में आ गया है, मोतियों सा अब निखार।
सबसे पहले हजारी बन जाने पर हार्दिक बधाई स्वीकारें।
आपने मील का पत्थर पार कर लिया है ये अपने आप मे एक बडी उपलब्धि है ……………इतने कम समय मे इतनी कवितायें लिखना सच मे आप पर माँ सरस्वती की महती कृपा है और ये हमेशा बनी रहे इसी की कामना करती हूँ।
बधाईयाँ
जवाब देंहटाएंआज तो आपने ये ब्लोगजगत का रिकार्ड अपने नाम कर लिया
सबसे जल्दी 1000 कविताये पूरी करने का........मेरे ख्याल से अभी तक तो शायद ब्लोगर्स मे से किसी ने इतनी कविताये इतनी जल्दी पूरी नही की होंगी।
वाह ... बधाइयाँ और अगली का इंतज़ार ...
जवाब देंहटाएंbadhaai..........badhai !
जवाब देंहटाएंबधाई हो आपको न केवल संख्या मे वरन खूबसूरती मे भी आपने इस विधा मे हजार चांद लगा दिये हैं
जवाब देंहटाएंगलती कर-कर के हुए, महा-अनुभवी लोग |
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी .
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत मुबारक कबूल करें |
बधाई बधाई बधाई ! हार्दिक बधाई !
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत खूब ..बहुत-बहुत बधाई के साथ शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएं१००० वी पोस्ट पूरे होने पर आपको हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंचलता ही रहा जो, वो पा गया है मंजिलें,
पतझड़ के बाद आ गई, चमन में फिर बहार।
वाह! बहुत खूब लिखा है आपने! ज़बरदस्त प्रस्तुती !
हजारवीं पोस्ट के लिए हार्दिक बधाई ..
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
Guru ji apko ek hazar vi post key leyey dil sey subhkamna app hamesa aisey hi likhtey rahey, apko bahut bahut baadheya.
जवाब देंहटाएंआज आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
जवाब देंहटाएंमैं समय हूँ ...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .
गलती कर कर के बने, महा-अनुभवी लोग |
जवाब देंहटाएंमहाकवि बनता कोई, सहकर कष्ट वियोग |
सहकर कष्ट वियोग, गलतियाँ करते जाएँ |
किन्तु रहे यह ध्यान, उन्हें फिर न दोहराएँ |
कह रविकर सन्देश, यही है श्रेष्ठ-जनों का |
पंडित "शास्त्री" संत, आदि सब महामनों का ||
१००० वीं पोस्ट के लिए हार्दिक बधाई.....यूँही यह आँकड़ा १ लाख को पार करे.....।
जवाब देंहटाएंहजारवीं पोस्ट के लिए बधाई कबूलें ..
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना.
नदियाँ मुकाम पा के, समन्दर सी हो गई,
जवाब देंहटाएंथी बेकरार जो कभी, उनको मिला करार।
महताब को दिया प्रकाश आफताब ने,
बहने लगी है रात में, शीतल-सुखद बयार।
badhaai aapko 1000 kavitaayen blog main poori karane ke liye.ye rachanaa bhi adbhut hai.abhaar.
bahut bahut badayen 1000 ka aankra poora karne ka
जवाब देंहटाएंएक हजार की गिनती पूरी कर लेने की बधाई स्वीकार करें सर! आपकी मेहनत को दाद देता हूँ...
जवाब देंहटाएं‘शबनम में आ गया है मोतियों सा अब निखार’
आद. शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंहजारवीं पोस्ट के लिए मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें !
बहुत-बहुत हार्दिक बधाई |
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई भाई जी आपको ........आपका साथ मुझे देर से नसीब हुआ ......पर आपके साथ जुड़ने का अब गर्व महसूस कर रही हूँ
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत दिल से आपको बधाई
कल तक थी जो कमी, वो पूरी हो गई है आज,
जवाब देंहटाएंशबनम में आ गया है, मोतियों सा अब निखार।
सबसे पहले शास्त्री जी आपको १०००वी पोस्ट के लिए शुभकामनाए ...!
रिकार्ड तोडू काम है जनाब ...
badhayi dr.sahib ab to aap 99 ke fer se nikal hi gaye ho
जवाब देंहटाएं1000 वीं पोस्ट के लिए तहेदिल से बधाई!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई, 1000वीं पोस्ट की।
जवाब देंहटाएंhamesha ki tarah jaandaar...
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई, 1000वीं पोस्ट की.....सतत लेखन की शुभकामनायें....
जवाब देंहटाएंबधाई बधाई बधाई ! हार्दिक बधाई !
जवाब देंहटाएं"श्रम कर के मैंने अपना मुकद्दर लिया सवार "
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना |कविता बहुत अच्छी बन पडी है |
आशा
१००० वी पोस्ट के लिए हार्दिक शुभ कामनाएं |
जवाब देंहटाएंआशा
कविताओं की लम्बी संख्या मुबारक हो ...ब्लॉगजगत में अनोखा ही होगा यह रिकॉर्ड !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनायें !
आपकी मनमोहक रचनाओं से तो हमें भी हो गया प्यार!
जवाब देंहटाएं1000 वीं पोस्ट की बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंहजारवीं पोस्ट के लिए हजार बार बधाई।
जवाब देंहटाएं