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ye kaamna ham sab ki hai, awashya poori hogi..
जवाब देंहटाएंरघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम
जवाब देंहटाएंईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको संमति दे भगवान
ladh to rahe aana ,
जवाब देंहटाएंdekah jaye hoga keya
बहुत सुन्दर और प्रेरक दोहे लिखे हैं आपने मयंक जी!"
जवाब देंहटाएं्बहुत ही सुन्दर और संदेशपरक दोहे।
जवाब देंहटाएंसार्थक दोहे
जवाब देंहटाएंआज के हालात की ताजातरीन कविता
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा लिखा है श्री मान जी
......... धन्यवाद् ....
अन्ना को करने लगा, जन जन प्यार अपार
जवाब देंहटाएंसत्य अहिंसा आज भी, निर्बल का हथियार।
जय भारत. जय हिंद.
जवाब देंहटाएंअत्यंत ओजस्वी एवम प्रेरक रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत ही जोशपूर्ण रचना..
जवाब देंहटाएंwah....
जवाब देंहटाएंwah....
जवाब देंहटाएंदेश में आशा का संचार हो।
जवाब देंहटाएंअबकी बार तो नई पुरानी हलचल से चलकर आये हैं आपके ब्लॉग पर.
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह सुन्दर प्रेरक प्रस्तुति है आपकी.
बहुत बहुत आभार.
sateek rachna ....
जवाब देंहटाएंbahut achche dohe anna ji deserve this.
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