यह भारत भूखण्ड हमारा। दुनिया भर में सबसे न्यारा।। -- जीवन की आभा है इसमें, कुदरत की शोभा है इसमें, सर्दी-गर्मी और बारिश का, मौसम लगता कितना प्यारा। यह भारत भूखण्ड हमारा, दुनिया भर में सबसे न्यारा।। -- ज्ञानी-ध्यानी और वनचारी, पैदा हुए यहाँ अवतारी. सागर और हिमालय पर्वत, बना हुआ इसका रखवारा। यह भारत भूखण्ड हमारा, दुनिया भर में सबसे न्यारा।। -- दलहन-धान-गेंहूँ की खेती, अपनी प्यारी वसुधा देती, गंगा-यमुना-सरस्वती की, बहती निर्मल-पावन धारा। यह भारत भूखण्ड हमारा, दुनिया भर में सबसे न्यारा।। -- धरती गाती-अम्बर हँसता, समय-समय पर मेघ बरसता, पर्वत देता जड़ी-बूटियाँ, जिनसे रोग हमेशा हारा। यह भारत भूखण्ड हमारा, दुनिया भर में सबसे न्यारा।। -- रंग-बिरंगे सुमन यहाँ हैं, हँसता-गाता चमन यहाँ है, एक देश है-भिन्न सभ्यता, लेकिन सबमें भाईचारा। यह भारत भूखण्ड हमारा, दुनिया भर में सबसे न्यारा।। -- |
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बुधवार, 17 अगस्त 2022
"यह भारत भूखण्ड हमारा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सार्थक अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंवाह!बहुत सुंदर सृजन।
जवाब देंहटाएंसादर
बेहद सुंदर रचना
जवाब देंहटाएं