ममता से जिसका है नाता। वो ही कहलाती है माता।। पाल-पोषकर हमें सँवारा, माता से अस्तित्व हमारा, सारा जग जिसके गुण गाता। वो ही कहलाती है माता।। जिसने भाषा को सिखलाया, धरती पर चलना बतलाया, जिसका रूप हमेशा भाता। वो ही कहलाती है माता।। भूखा शिशु जब था अकुलाया, तब आँचल से दूध पिलाया, जिसके सम्मुख सिर झुक जाता। वो ही कहलाती है माता।। दुनियादारी हमें सिखाती, रिश्तों-नातों को समझाती, जो दुनिया की जननी-जाता। वो ही कहलाती है माता।। |
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रविवार, 13 मई 2012
"माँ दुनिया की जननी-जाता" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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बहुत अच्छी रचना...
जवाब देंहटाएंआपकी इस पोस्ट को नमन हर माँ को नमन
जवाब देंहटाएंअच्छा गीत ...माँ को नमन !
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रस्तुति ...माँ को नमन ....!!
जवाब देंहटाएंमाँ की ममता का गुणगान करती बहुत ही
जवाब देंहटाएंसुन्दर और बेहतरीन रचना है:-)
रविकर चर्चा मंच पर, गाफिल भटकत जाय |
जवाब देंहटाएंविदुषी किंवा विदुष गण, कोई तो समझाय ||
सोमवारीय चर्चा मंच / गाफिल का स्थानापन्न
charchamanch.blogspot.in
माँ को नमन !
जवाब देंहटाएंमनभावन पोस्ट.... हे माँ तुझे प्रणाम ... शत शत नमन
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना...माँ को नमन...
जवाब देंहटाएंएक सामायिक और अच्छी पोस्ट
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - माँ दिवस विशेषांक - ब्लॉग बुलेटिन
जवाब देंहटाएंbahut pasand aayee.....
जवाब देंहटाएं...बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंचार पंक्तियाँ माँ के सम्मान में ,...
माँ की ममता का कोई पर्याय हो नहीं सकता
पूरी दुनिया में माँ तेरे जैसा कोई हो नही सकता
माँ तेरे चरण छूकर सलाम करता हूँ
सभी माताओ को प्रणाम करता हूँ..
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंआपको मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
आपको भी मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें
जवाब देंहटाएंजिसने भाषा को सिखलाया,
जवाब देंहटाएंधरती पर चलना बतलाया,
जिसका रूप हमेशा भाता।
वो ही कहलाती है माता।।
बहुत सुन्दर. आभार.
सुन्दर ममता भरा गीत.
जवाब देंहटाएंविश्व की हर जननी को नमन!
जवाब देंहटाएंNice .
जवाब देंहटाएंगर्भधारण, प्रसव और शिशु पालन के विषय में गांव की बहुओं की जितनी मदद इन ‘दादी मांओं‘ ने की है। उसकी कोई तुलना किसी सरकारी ‘आशा‘ या किसी एनजीओ से नहीं की जा सकती।
मां का स्पर्श ही शिशु के लिए दर्द निवारक है। यह एक चमत्कार भी है और एक वैज्ञानिक तथ्य भी। मां के रूप में एक चिकित्सक सदा ही शिशु के साथ रहता है। यह ईश्वर का एक वरदान है। उसका दूध शिशु के लिए अमृत है। यह भी एक वैज्ञानिक तथ्य है। टीवी आदि के ज़रिये ज़रूरी विषयों की जानकारी घर घर आम की जाए तो मां की कार्यकुशला को बढ़ाया जा सकता है।
सार्थक प्रस्तुति ...माँ को नमन
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंजैसी होती है माँ।
माँ को शत शत नमन .....
जवाब देंहटाएंमनुष्य का प्राथमिक आहार स्रोत माँ ही तो है पहली पाठ्शाला पहला प्रेम भी पुरुष ता उम्र पत्नी में भी बहिन में भी उसी का अंश ममत्व कोमलता दुलार ढूंढता रहता है .यही श्रद्ध्येय रूप भी है नारी का .
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रासंगिक पोस्ट माँ को पुष्पांजलि .
बहुत प्यारी रचना माँ के लिए...
जवाब देंहटाएंवन्दे मातरम! जय हो!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना |
जवाब देंहटाएंदुनियादारी हमें सिखाती,
जवाब देंहटाएंरिश्तों-नातों को समझाती,
जो दुनिया की जननी-जाता।
वो ही कहलाती है माता।।
Beautiful...
.
बहुत ही सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंचार पंक्तियाँ आप श्री को समर्पित--
''इतना कहाँ से लाती माँ,
कितना प्यार लुटाती माँ,
चुने-गारे के ढाँचे को
मुकम्मल 'घर' बनाती 'माँ'!
सादर.