![]() आशा और निराशा की जो,
पढ़ लेते हैं सारी भाषा।
दो नयनों में ही होती हैं,
सारी दुनिया की परिभाषा।।
दुख के बादल आते ही ये,
खारे जल को हैं बरसाते।
सुख का जब अनुभव होता है,
तब ये फूले नहीं समाते।
सरल बहुत हैं-चंचल भी हैं,
इनके भीतर भरी पिपासा।
दो नयनों में ही होती हैं,
सारी दुनिया की परिभाषा।।
कुछ में होती है खुद्दारी,
कुछ में होती है मक्कारी।
कुछ ऐसी भी आँखें होती,
जिनमें होती है गद्दारी।
ऐसी बे-ग़ैरत आँखों से,
मन में होती बहुत हताशा।
दो नयनों में ही होती हैं,
सारी दुनिया की परिभाषा।।
दुनिया भर की सरिताओं का,
इसमें आकर पानी ठहरा।
लहर-लहरकर लहरें उठतीं,
ये भावों का सागर गहरा।
बिन आँखों के जग सूना है,
ये जीवन की हैं अभिलाषा।
दो नयनों में ही होती हैं,
सारी दुनिया की परिभाषा।।
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बहुत सुन्दर परिभाषा !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ! एक खूबसूरत सच्चाई का अति सुन्दर चित्रण !
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
नयनों के गुण और अवगुण की बेजोड़ परिभाषा बयां की है आपने, बहुत ही सुन्दर दिल को छूती प्रस्तुति, हार्दिक बधाई स्वीकारें सर.
जवाब देंहटाएंसरल बहुत हैं-चंचल भी हैं,
जवाब देंहटाएंइनके भीतर भरी पिपासा।
दो नयनों में ही होती हैं,
सारी दुनिया की परिभाषा।।
वाह वाह वाह बहुत खूबसूरत परिभाषा गुनी है ………बधाई
जवाब देंहटाएंआँखों की भाषा -
सर्वोत्तम-
चूक की गुंजाइश नहीं -
भाषांतर एकदम सटीक -
आभाए गुरु जी ||
बहुत ही सुन्दर वर्णन....नयनो का बधाई हो
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर दिल को छूती अभिव्यक्ति,,,,
जवाब देंहटाएंनयनों में जब होतीं बातें, क्या समझोगे ऎसी बातें
हर भाषा में होतीं बातें, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें
हार की बातें जीत की बातें, गीत और संगीत की बातें
ज्ञान और विज्ञान की बातें, हर मौसम पर करते बातें
सुंदर रचना .... आँखें सारा भेद खोल देती हैं ।
जवाब देंहटाएंनयनो के अच्छी व्याख्या !
जवाब देंहटाएंआँखे तो दिल की आईना होती है,दिल में क्या चल रहा है आँखों में पढ़ा जा सकता है,बहुत ही सुंदर परिभाषा सादर आभार।
जवाब देंहटाएंनैनों की भाव और भाषा का बढ़िया प्रक्षेपण हुआ है इस गीत में .
जवाब देंहटाएंआँखों से भावों की वर्षा,
जवाब देंहटाएंहम बस देखें, लूट रहे हैं।
बहुत सुन्दरराजनीतिक सोच :भुनाती दामिनी की मौत आप भी जाने मानवाधिकार व् कानून :क्या अपराधियों के लिए ही बने हैं ?
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति शानदार वाह
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंLatest postअनुभूति : चाल ,चलन, चरित्र (दूसरा भाग )
वाह .. .बहुत ही अनुपम भाव लिये उत्कृष्ट प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआँखों की कहानी आँखों की जुबानी ...
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुति ... नमस्कार शास्त्री जी ...