तन में होली, मन में होली।
बुरा न मानो आयी
होली।।
कोई गोरा-कोई
काला,
होली की दस्तूर
निराला,
आज थिरकती है रंगोली।।
बुरा न मानो आयी
होली।।
भाभी ले आयी
पिचकारी,
जिसकी मार बहुत है
भारी,
भइया बोले अब हद हो
ली।
बुरा न मानो आयी
होली।।
चुपके देवर ने
आकर,
रंग लगाया है चेहरे पर,
जमकर होती हँसी-ठिठोली।
बुरा न मानो आयी
होली।।
बच्चे-बूढ़े सब मतवाले,
मस्ती में हैं
साली-साले,
खेल रहे सब
आँखमिचौली।
बुरा न मानो आयी
होली।।
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शनिवार, 23 मार्च 2013
"बुरा न मानो आयी होली" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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लाजबाब.......चित्र मज़ेदार हैं ...सटीक
जवाब देंहटाएंआपकी यह बेहतरीन रचना बुधवार 27/03/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंआपको होली की हार्दिक शुभकामनायें शख्सियत होने की सजा भुगत रहे संजय दत्त :बस अब और नहीं . .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत ख़ूब! होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंजय हो,, जय हो, मचेगी होली..
जवाब देंहटाएंफाग पर अति उत्तम रचना साथ में चित्र व्यंग्य भी ...आई होली आई होली ,इटली से आई रंगोली ,नौसेना ने खेली होली .....
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंआभार !!
बहुत बहुत मुबारक हो होली
जवाब देंहटाएंबहुत खूब,बेहतरीन प्रस्तुति,होली मुबारक हो.
जवाब देंहटाएंहोली के माहौल में रंगी रचना...शुभ होलिकोत्सव आपको सपरिवार...
जवाब देंहटाएंशानदार होलियाना कविता है शास्त्री जी. शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंवाह...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना....
होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ...
:-)
गुरूदेव बहुत सुन्दर रचना! विशेष तौर पर 'हमें दो हमारे दो, सुखी परिवार' का चित्र तारीफ के काबिल है।
जवाब देंहटाएंआपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब .सुन्दर प्रस्तुति. आपको होली की हार्दिक शुभ कामना .
ना शिकबा अब रहे कोई ,ना ही दुश्मनी पनपे गले अब मिल भी जाओं सब, कि आयी आज होली है
प्रियतम क्या प्रिय क्या अब सभी रंगने को आतुर हैं हम भी बोले होली है तुम भी बोलो होली है .